अमृत तत्व को शरीर में बढ़ाना और जहर तत्व को शरीर से घटाने का तरीका और ज्योतिषीय क्या इसके अंदर रहस्य

जान ले अमृत भंडा अमृत पपैया पपीता एक ऐसा फल है जो इस समय पकता है दुख के दिनों में सूर्य जैसे-जैसे कुंभ में जलते हैं कुंभ फिर शरीर शनि सूर्य भगवान मीन फिर शनि भगवान सूर्य भगवान रमेश यहां तक देखना पपीता

भैया में कि शरीर के हर प्रकार के विषैला तत्व को निष्कासन करना अमृत तत्व को बढ़ा देना शरीर में जो जो भी प्रकार आपके शरीर में विष है जहर है टॉक्सिन है उन सब को निकालने का दम मगर कोई रखता है तो है अमृत भंडार पपाया पपीता और इसीलिए इसको अमृतवाणी अमृत भंडा कहा गया है गुरु बृहस्पति के दृश्य जो दृष्टि में अमृत तत्व रहता है तो इसका कलर भी देख लो पिला लाइट ग्रीन और वह तत्व है जो शरीर के हर प्रकार के टॉक्सिन को बाहर निकाल सके

बोपैया पपीता यह आप मानो मत मानो इसके खाते ही आज आप खाते हो जूस बनाकर फॉर्म में खा सकते हो सॉलिड कंडीशन पर खा सकते हो कच्चा सब्जी बना कर खा सकते हो पक्का हुआ बढ़िया फ्रूट सलाद बना कर खा सकते हो यह 1 दिन के अंदर आपका कॉन्स्टिपेशन को दूर करने का ताकत रखता है पेट का सफाई खून का सफाई शरीर से विषैले तत्वों का निष्कासन और हर प्रकार के शारीरिक जो भी गंदे इत्यादि हैं यह दूर करके रख देता है और शरीर को हल्का ढीला मजा मस्त बना के रखने वाला यह पपीता जो इस समय जरूर लेना चाहिए

जब जब आपके शरीर में ज्ञान का कमी रहता है तो यह पिला तत्व जरूर लेना चाहिए येलो कलर बेल येलो कलर और का जूना यह भी हमारे गांव में गाने हमारे बागान से बगैर बगीचा से हमारे जो प्रोजेक्ट है वहां से लेकर आया हूं और खुद का गाया हुआ और चल ठीक है ना और दूसरा है यह से पीला

धनु मकर और कुंभ का आधा गोचर रहता है तो तरबूज लाल फल निकलता है और यह जब ऊपर ऊपर चलते हैं तो पीला फल निकलने चलता है और यह पिला तत्व के पीछे रहस्य क्या है यह लो एनर्जी के पीछे क्या रहस्य है यह लो आप का आप देख लो

शिरापुर सिराको ऐसे ही ली भरत यादी को गुरु बृहस्पति और कलर पीला तो होली में जो भी ग्रह है आकाश में जो भी बड़ा है आप के सर में जो जग रहे हैं और उनका जैसा जैसा कलर कंबीनेशन है आपके शरीर में भी उसी प्रकार के कलर्स है बागवानी सोनाला तो यह कलर है तो आपके सिर में भी उतरे सारे कलर के अबे दिखाई दे रहा है

ग्रहों से संपर्क रखते हैं और उसके भेद होते हैं घी का और गौ माता का सेवा करना चाहिए ठीक है ऐसे ही है कि यह जो पपीता है यह पपीता आपके शरीर में अमृत तत्व को बढ़ाकर 20 तत्व को – 1 बेसिक आम बात है विश्वास करते हो तो खाना चालू करो नहीं विश्वास करते हो मर्जी आप का है मेरे लिए इतना सहायता यह ज्ञान दे रहा हूं तो गुरु दक्षिणा इतना है कि जितना ज्यादा पपिया का बीज भेज सको मेरे पास उतना बढ़िया है ताकि जंगल में हम लगा सकते हैं देसी वाला जर्सी हाइब्रिड वगैरह नहीं भेजना देसी भी आप जरूर भेजो हमारे पास भी है तो हम लोग उसका खेती करते हैं और आप लोग जो भी खेती करना चाहते हो आप लोग हमें संपर्क करके हमारे ग्रुप में आकर दाखिला लेकर स्वाबलंबी प्रोजेक्ट बना सकते हो आप

के बदले में मिलेगा बाबाजी का ठुल्लू इससे अच्छा है ताकि स्वाबलंबन बनो उत्तम खेती मध्यम बान अदम और नीचे नौकर चाकर गुलाम तो और बोलते हैं चार बार बोले तो 4 बार बोलने के बाद करे जाकर 9 बार बोलने के बाद करे नौकर बोल-बोल कर थक जाओ नहीं करे उसे बोलते हैं गुलाम इस देश को अगर ही गुलामी से और नौकरशाही से और चक्कर से बचाना है तो एक ही रास्ता है वह कृषि स्वावलंबन

पपीता में जितना इनकम है शायद वर्ल्ड में किसी और खेती में उतना इनकम पाओगे सब्जी के सेट सब्जी के सीरीज में हालांकि मेडिसिनल में बहुत है और वह फार्मा सिटी कल से एग्रीकल्चर बेस्ट में औषधि कृषि में भी बहुत है और जो सुगंध इत्यादि उत्पादन करते हैं उसमें भी बहुत है लेकिन आज के क्षेत्र में सबसे ज्यादा

नहीं है और केवल 1 एकड़ जमीन पर आकर 1000 पपीता कागज लगा लेता है तो साल में ₹2000000 तक का रोजगार

दिमाग खाते हो आप खाते हो और पैसा नहीं हुआ बोल कर रोते बिलखते रहते हो एक बार पपाया 1 साल का प्रोजेक्ट में इन्वेस्टमेंट कर के देख लो फिर समझ में आ जाएगा मैं नहीं मांगा पैसा दूंगा

इसके अंदर जो केमिकल कॉन्टेंट है उसके ऊपर बात करते हैं साइंटिफिक लेवल पर तो दिमाग से ऊपर से सर से पार हो जाएगा इसलिए इतना ज्यादा उसमें नहीं जाता हूं इतना कहता हूं और खुद जान जाओ खाओ और खुद जान जाओ खाओ और खुद जान जाओ का चमत्कार तत्व क्या है कैसे यह आपका लेवल को बढ़ाने वाला औरतों को बढ़ाने वाला बीमारी को भगाने वाला और इत्यादि को शांति करने वाला ऐसा तत्व है तो वह है पपीता और पपीता को जरूर इस ग्रुप के महीना में भी लेना चाहिए हम लोग को इतना ही जानते हैं हमारा भोजन में

हमारा औषधि है और जितना शुद्ध सात्विक भोजन उठाओगे जितना ऑर्गेनिक नेचुरल प्राकृतिक भोजन खाओगे जितना केमिकल खाद्य डिब्बाबंद खाद्य और पैक्ड फूड और बाहर से आया हुआ हुआ हुआ हुआ खाना चाहोगे उतना ज्यादा आप सुख शांति समृद्धि में रहोगे और ग्रह बाधा इत्यादि आपके जीवन पर नहीं आएंगे और आपके शरीर में हर प्रकार के रोग जीवाणु इत्यादि दूर होंगे आपका यूनीपावर कुछ होगा आपके अंदर का शारीरिक दक्षता पात्रता और आप स्वास्थ्य वान आनंद और परमानंद शांति रहोगे और हमारा भोजन ही हमारा भाग्य है हमारा भोजन ही हमारा लक्ष्मी है जैसे खाएंगे अब ऐसा बनेगा मन जैसा बनेगा बनेगा बनेगा आएंगे इसलिए

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