भगवान श्री कृष्ण गीता में कहते हैं युक्त आहार युक्त आहार विहार से युक्त सकर्मक रथ जो व्यक्ति मेरी तरफ देखो साधना करना चाहता है जीवन में कुछ उत्तम करना चाहता है कोई महानतम काम करना चाहता है कोई सफल बनना चाहता है जीवन को एक अच्छे आया में एक न्यू हरिजन में एक नया और एक उन्नत व्यक्तित्व बनाना चाहता है और मैं तो सुपरमैन होना चाहता है गुड्डू गॉडमैन बनना चाहता है अच्छा अच्छा अच्छा गुड बेटर बेस्ट बनना चाहता है और इन सब को लेकर साधना कर रहा है तो साधना में सफलता पाने के लिए साधना में सिद्धि पाने के लिए यह साधना में उत्तरोत्तर उन्नति पाने के लिए क्या करना चाहिए
युक्त आहार बिहार से युक्त चेस्ट सकर्मक रथ तू जो व्यक्ति साधना क्षेत्र में ध्यान के क्षेत्र में योग के क्षेत्र में तब के क्षेत्र में और जीवन के कोई भी लक्ष्य हो उस लक्ष्य को साधना में लक्ष्य साधना में तो उसके लिए सबसे पहला सबसे जरूरी सबसे आवश्यक विषय बिंदु क्या है युक्त आहार ब्लैक सबसे पहले उत्तम आहार चाहिए गाड़ी में अगर अच्छा तेल नहीं डालेंगे गाड़ी का माइलेज देगा क्या तुम्हारे पास अभी कौन सा गाड़ी है पुराना वाला ज्यादा देता तेल खाता है ₹120 का तेल में 35 किलोमीटर माइलेज देगा तो कैसा चाहिए तेल चाहिए गाड़ी को लंबा करने के लिए ऐसे ही आपको अगर दिया जाए खाओगे तो उसमें क्या मिलाया गया है
कर सकता है क्या नहीं कर सकता तो युक्त आहार अच्छा भोजन जो भोजन अच्छा माइलेज दें इसलिए तुम लोग आए तो पहले नीचे खिलाने लेकर आ नहीं रहा है बेटा फेंक दे रहा है फट गया है खाने वाला ठीक है नहीं तो फिर और नहीं दिया चलो कोई बात नहीं ठीक है क्या हो गया खाना खाना क्या खाना चाहिए कैसा खाना चाहिए और डाक बर्गर पिज्जा जमीन मंचूरियन चाय ब्रेड समोसा अच्छा हार को बड़ा-बड़ा कर पक्का हार बताइए यानी रोड ज्यादा से ज्यादा खाना कब खाना सही टाइम नहीं है भूख नहीं है भूख को मारे हुए हो तो फिर क्या करना चाहिए
रात को बैठकर तारा गिनता रहता है टेंशन में रहता है उसको उत्तम स्वास्थ्य वान व्यक्ति कहा जाएगा नहीं तो साधक के लिए ठीक है क्या तो ठीक टाइम में खाना ठीक टाइम में सोना ठीक टाइम में बयान करना ठीक टाइम में बिहार करना ठीक टाइम में पानी पीना कब खाना कब पीना कब सोना जो व्यक्ति इतना सही से नहीं करता वह ध्यान योग साधना तपस्या जब तक पूजा-पाठ कर्मकांड सभी कार्य में फेल हो जाता है इसलिए सबसे पहला जरूरी है और टाइम में खाना
शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम् शरीर ठीक है तो सब ठीक है सारी गड़बड़ है तो सब गड़बड़ है शरीर को अगर सही भोजन सही टाइम में नहीं मिला शरीर ठीक होगा क्या गड़बड़ आ जाएगा अच्छा जो भोजन कर रहे हो वह शुद्ध सात्विक होना चाहिए बिना प्याज लहसुन का होना चाहिए मांस मछली अंडा रहित होना चाहिए और जो भी चावल रोटी दाल अनाज खा रहे हो वह कर देना चाहिए ठीक है अगर आप काहे बुलाना तो रेगुलर बिहार में रोटी चलता है उड़ीसा में बात चलता है और साथ में जाओगी तो
अपने और जो आदमी पेट्रोल डालने में खाने में कंजूसी कर दिया तो माइलेज गाड़ी देगा दिमाग सही काम करेगा तुम साधना के लिए फिर क्या चाहिए उत्तम आहार उत्तम आहार और विहार तो बिहार क्या है नेक्स्ट मंथ में बातें बताएं सोचेंगे चिंतन करेंगे तो सबसे पहला इस बात में हम लोग फोकस करते हैं कि सही भोजन सही टाइम में भोजन सही प्रकार का भोजन और कम खाओ गम खाओ होटल का नहीं खाना बाहर का नहीं खाना खरीदा हुआ नहीं खाना पैकिंग नहीं खाना सोफा की बन्ना खुद बना कर खाना या फिर ऐसे लोगों के हाथ से खाना जो लोग शुद्ध सात्विक हैं ठीक है यह जानना बहुत जरूरी है कि किसके हाथ से खाना किसके हाथ से नहीं खाना