कर्क राशि कर्क लगना दशम स्थान मेष राशि मेष लग्न के ऊपर गुरु बृहस्पति सूर्य बुध चंद्रमा राहु कैसा फल कैसा परिणाम हो सकता है चतुर ग्रही योग मन चित्रकूट किस प्रकार का परिणाम मिलता है जिनके दशम स्थान में चार या पांच ग्रह एक साथ बैठे हो कितना शुभ मिलेगा कितना लाभ मिलेगा
प्राप्ति तो पहला परिणाम अगर विचार करें तो कर्म क्षेत्र में ऐसा योग सूर्य से मान सम्मान का प्राप्ति कर्म क्षेत्र में सफलता पदोन्नति भूमि भवन वाहन इत्यादि का प्राप्ति और व्यवसाय क्षेत्र में उन्नति परंतु विचारणीय विषय भी यह है कि इसके ऊपर अगर आपका दशा अंतर्दशा स्वीट अपील है तो इस प्रकार का शुभ फल कर्क राशि वालों के लिए मिलने का संभावना है
यह भी है क्योंकि दशम स्थान में ग्रहण लगना तो कहीं ना कहीं इस प्रकार के संभावनाओं को क्षीण करता दिए और साथ में यह गुरु चांडाल का भी परिस्थितियां उत्पन्न होने के कारण इस प्रकार की स्थिति में कहीं ना कहीं कमी भी होने का संभावना है परंतु बुधादित्य योग होना सूर्य और बुध का योग होना उत्तम फल प्राप्ति रहेगा परंतु पूरे सूर्य का यहां एक महीना तक रहना या फिर सूर्य का यहां का स्थिति इसमें जब गुरु बृहस्पति उदय हो जाएंगे तो स्वाभाविक बात है उत्तम फल भी प्राप्त हो जाएगा
मिलाजुला प्रभाव प्राप्त होने का संभावना है और यहां कार्मिक क्षेत्र में ओवरलोड जॉब लोड वर्क लोड वरना दायित्व वरना यह भी संभावना दिख रहा है और अगर कुंडली में बाकी ग्रहों का सपोर्ट नहीं है दशा अंतर्दशा HomeShop18 है तो यहां पर शुभ फल के हो सकता है और उस अशुभ फल को प्रसन्न करने हेतु मेरा विचार है कि कर्क राशि वालों को और शुभ फल को और बढ़ाने अगर शुभ फल मिल रहा है उसे पूर्णतया प्राप्त करने हेतु जरूर कर्क राशि वालों को यज्ञ हवन इत्यादि करना संक्रांति स्नान करना और उसके विधेयक के अनुसार जो भी पूजा पाठ करना चाहिए वह जरूर उत्तम ब्राह्मणों के द्वारा करवा लेना चाहिए
सनी काट लिया और एक तरफ गुरु बृहस्पति केंद्र में आना यानी सनी कार्ड है या अष्टम शनि कंटक शनि का भी परिणाम और कुछ भी हो जाए अगर गुरु केंद्र में आ जाए तो वहां से ग्रहों का जो फल है उसमें केंद्र गुरु पति होने के कारण कहीं ना कहीं सुरक्षा का भी विषय विवरण दिखा रहा है इसलिए दोनों प्रकार का फल को सामना करने के लिए कर्क राशि वाले तैयार होना चाहिए एग्जैक्ट 1 पॉइंट में यहां पर फल नहीं हो रहा है मिश्रित फल दिखाई दे रहे हैं