जीवन में सफलता पाना है तो गुरु और गणपति दो महान शक्ति और महत्व है और जब तक यह दो तत्वों और दोस्ती हमारे जीवन में नहीं है तो यह समझ लेना चाहिए कि जीवन में किसी भी कीमत में सफलता एक लिस्ट नहीं मिलेगा और रक्षा भी नहीं मिल सकता और दोनों शक्ति गणपति और गुरु दोनों को अगर हम विश्लेषण करें और विचार करें तो भी खींची समझ में आता है दोनों सुरक्षा प्रदान भी हैं यानी रक्षा करता भी है और दोनों हमारे हमें आगे बढ़ाने के लिए यानी डेवलपमेंट एंड सुरक्षा कवच विकास और सुरक्षा यह दोनों का अगर कोई कारक है तो गणपति और गुरु और दोनों को किसी आगे कहीं यह भी एक बहुत सारे काल में समस्या प्रदान करता है और अगर एक सूत्र मानते हैं कि गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय गुरु तो बताएं कि भगवान है यह गुरुदेव बताएं इस सूत्र के अनुसार तो पहले आ जाते हैं परंतु आध्यात्मिक क्षेत्र में चंडी विनायक आदरणीय श्री गणपति इस सूत्र को देखेंगे तो फिर बाद में आते हैं और जैसे-जैसे हम पूजा-पाठ यज्ञ भी करते हैं तो सर्वाधिक सर्वप्रथम विघ्नविनाशक के बिना पुरुष के आगे तो बहुत बड़ा है इसमें लगा हुआ है इस रास्ते पर लगा हुआ है और इसका कोई भी अभी तक सही तर्क के माध्यम से निकाला है यह केवल भाग भक्ति का खेल है इसलिए इस विषय को रखता हूं और कर लेंगे इसके बारे में लेंगे
गुरु गोविंद बोला और गणपति शक्ति का बात बोला गणपति के बीघा होता करता है और विकास प्रदान करने वाले विघ्नहर्ता गणपति और गणपति एक ऐसा महाशक्ति है जो सिद्धि पदार्थ रहे और इन चीजों के लिए आवश्यकता गण पड़ता है गुरु का और बीमा गुरु का ना कोई आदमी बिना गणपति का आगे बढ़ सकता है कभी उस पर साली और इसीलिए बता क्या करूं चंडी बिना हम अपनी जिंदगी को हम लोग इसके बारे में साधना सिद्धि उपाय प्रयास स्वच्छता या तत्व पा चुके हैं अब तक नहीं किए हैं तो फिर करना चालू करिए गणपति गणपति को प्रसन्न किया जाता है कैसे महागणपति का शक्ति के बिना जीवन असंभव है
पूरा खोज है पूरी खबर गुरु का खोज नहीं हुआ गुरु को नहीं ढूंढ गुरु को नहीं चाहिए बोलना तो पड़ेगा गुरु को एक कर देती है गुरु तो हमसे शर्मा जी ज्ञानी हैं हम तो सब को ढूंढने हम कैसे गुरु को कार्य भाई आपको पता तो चल जाएगा अगर आपका लोन मर्जी और गुरु का हार मर्जी है तो है मर्जी से ले रे माझी सपना आएगा तो चलो जो भी मिल जाए इस ग्रुप को धारण करते करते आप जब आगे बढ़ आओगे उससे ज्ञान लेना चालू करोगे उसे उर्जा लेना चालू करोगे तो फिर देखना की गणपति भी मिल जाएंगे तो गुरु और गणपति महाशक्ति है और बिना दोनों का किसी भी क्षेत्र में मंत्र तंत्र यंत्र जीवन यापन से लेकर कोई भी विषय बिंदु हो उस क्षेत्र में आपको सर्वाधिक उन्नति मिलने का संभावना बहुत कम रहता है इसलिए यह जीवन का सबसे आवश्यक कार्य विषय है कि जरूर गुरु और गणपति का इस जन्म में जहां शीघ्र जितना जल्दी हो सके हो जाए ताकि अपने जीवन का हर प्रकार का वादा भी घना कष्ट दुख और पीड़ा बिगड़े चाबी का विनाश हो और जीवन का उन्नति का प्लेटफार्म पर काम चालू कर दें वरना उन्नति का मार्ग चंबल नदी का मार्ग में पड़ गए ऐसे मार्ग जहां पर केवल और केवल कोल्हू का बैल के भूखे रहोगे झगड़ा झंझट झमेला या फिर किसी के साथ लड़ना लड़ना और भेजना
वही में यह दूसरा स्थान है एक तो या तो और अपने शक्ति और ऊर्जा ओं को वहां खर्चा कर दें जहां से कभी निकल नहीं सकते और अपने सारे शक्ति time-space एनर्जी पैसा समय स्वयं जो कुछ भी आपके पास है वह सारे लड़ने भिड़ने में लगेंगे ना ही आपके जीवन पर शारीरिक मानसिक आध्यात्मिक आर्थिक सामाजिक विकास पर लगेंगे अब यह आपके हाथ में है कि आप किस दिशा पर जाना चाहते हो इस मार्ग को अपनाना चाहते हैं और इसके लिए आपके लिए क्या आवश्यकता है और फिर से ले देकर विषय वहीं पर आता है इसके लिए आवश्यकता एक ही है और वह है उनका मार्गदर्शन और गणपति का शक्ति और यह दोनों शक्ति का संबंध में जब तक नहीं होता जीवन पर तीसरा का आवाहन हो नहीं सकता तीसरा के आगे बढ़ नहीं सकते तीसरा के आगे बढ़ने के लिए जाओ तो चोट खाओगे और जीवन की उन्नति के जगह में मति दे देगा और वह है क्या
इच्छा शक्ति क्रियाशक्ति ज्ञान शक्ति श्री महाकाल की श्री महालक्ष्मी श्री महा सरस्वती यानी वह नवार्ण मंत्र का महा शक्तियों से चंडी का महा शक्ति और वह जो महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती का महाशक्ति जहां से जीवन को क्रायोजेनिक रॉकेट इंजीनियर को सपोर्ट का समय है तो समझ लीजिए वह लेकर आपको लक्ष्य तक और सफलता सफलता तक पहुंचाने वाली लेकिन अगर आप दोनों पति और गुरु से स्टार्ट किए और आप बोलते हो कि हम चंडी 7 महीने और बाकी दुर्गा दसमहाविद्या श्री महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती छात्रों का हॉस्टल समायोजन चौसठ योगिनी भाई मेरे