परीक्षा में एग्जामिनेशन में अच्छा नंबर एग्जाम में अच्छा स्कोर करता है सफर कर पाए तो क्या करना चाहिए और क्यों नहीं कर पाते

बताना जो सबसे ज्यादा सर्वाधिक माता-पिता ओं को कष्ट देता है और जिसके लिए वह क्लियर हो जाते हैं और क्या करें तो हमारे छात्र अच्छे एग्जामिनेशन में स्कोर कर सकें सब कोई पढ़ते हैं और सब का लक्ष्य रहता है कि हमें अच्छा नंबर कमाना है हमें अच्छा नंबर लाना है हमें एग्जामिनेशन में अब्बल आना है हमें देश का नाम रोशन करना है माता-पिता का नाम रोशन करना है ऐसे अच्छा पढ़ाई के लिए हमें स्कूल कोसली ट्यूशन बड़े-बड़े टीचर्स के पास ट्यूशन नामी नामी ट्यूशन टीचर कोचिंग सेंटर में एडमिशन दाखिला लेना और माता-पिता ओं का हजारों रुपया खर्चा करके लाखों रुपया खर्चा करके आऊंगा विदेश जाकर करो रुपया खर्चा करके हम अपने बच्चों का फ्यूचर बनाने के लिए हर प्रकार का प्रयास करते रहते हैं और कुछ माता-पिता तो ऐसे भी होते हैं कि पढ़ाई के सिवा उनके दिमाग में उनके अकल में कुछ होता ही नहीं है जब भी उनको अगर बाय मिस्टेक उनके बच्चों को घूमने फिरने का या कुछ और करने का या पढ़ाई के साथ खेलने का बात कह दिया जाए क्रिकेट का फोटोग्राफी का गेमस का तो फिर क्रोधित हो जाते हैं गुस्सा हो जाते हैं और शांत हो जाते हैं और सभी चीज सेवन करते हैं मना करते हैं और कहते हैं कि हर लड़ाई में

माता-पिता का इच्छा रहता है होना भी चाहिए बुरा नहीं है परंतु यहां समस्या किस बात का है कि आप हम सभी माता-पिता यह कोशिश करते हैं कि हमारे बच्चे अच्छे बड़े अच्छे स्कोर करें अच्छे नंबर लाए हमारा नाम रोशन करें देश का नाम रोशन करें अपना केरियर बिल्डर करें लेकिन नहीं कर पाते इसका दोस्त ना किताबों का है ना टीचर का है ना माता-पिता का है ना छात्रों का है ना हमारी शिक्षा पद्धति का है खेल है एनवायरमेंट का आप अपने घर में अपने बच्चों को स्टडी रूम स्टडी टेबल एंड ऑल गवर्नमेंट राइट राइट राइट टिफिन जो बोलो सब कुछ लाकर दे दो लैपटॉप और टैबलेट दे देते हो उसके लिए भी नहीं कर रहा है यहां क्यों लगाया उसको थोड़ा समझना जरूरी है

के में बहुत प्रकार के साइंटिफिक काम 32 साल से गुरुकुल के माध्यम से बच्चों के ऊपर रिसर्च और बच्चे कैसे कम से कम मेहनत में ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई कर सकते हैं ज्यादा से ज्यादा याद रख सकते हैं उसके ऊपर रिसर्च करते-करते आज तो लॉजिकल बेस में ही काम करता हूं कई प्रकार जड़ी बूटी और अनेकों कवच यंत्र और मंत्र और ग्रहों का बैलेंस या नियंत्रण ऐसे वगैरा-वगैरा बहुत सारे विषय काम करता हूं और उसके ऊपर यूजर रिसर्च रखा हुआ एक चीज समझ में आता है आज तो मौज में हो चाहे आपकी कुंडली में बहुत अच्छे-अच्छे राजयोग हैं

क्यों नहीं हो पाता अच्छा ग्रहों किसी भी भाग में किसी भी हाउस में बैठा अच्छा नहीं देता था क्यों नहीं देख पाता तो उसके पीछे बनता है उसका एनवायरमेंट यानी भाग और प्रदेश इसको बोलते हैं भाग आधारित फल तो अभी मैं घर में ही आप बोलोगे अच्छा स्कूल अच्छे दिन भर में कलरफुल लोगों को एलईडी टीवी स्क्रीन और उसमें पढ़ाई और यह सारे को आप समझते हो लेकिन बात नहीं कर रहा है एक शब्द में कोशिश करूं तो आप समझोगे साइड में

फिल्में कॉलेज ऐसे में क्यूशंस पढ़ पढ़ कर और जिंदगी भर का प्रयास करते करते हुए टूल्स को धीरे-धीरे धार सुनने कर दिए हैं उनमें और साथ में सुनाइए 10 साल से पढ़ रहे हैं 14 साल से प्लस 2 प्लस 3 पढ़ रहे हैं आप सोचो कोई भी खतरा को बार-बार या कोई भी पुरानी को बार-बार लकड़ी काटते हो काटते हो काटते हो दर्शन नहीं हो जाता है फिर वह काटने का लाइक नहीं रहता है कॉलेज तक आते-आते उसी प्रकार के मान माइंडसेट आफ में फिर वह जो करना चाहिए वह नहीं कर पाते पाते थे पढ़ाई लिखाई करने लग गए जो ज्ञान का कारक है तो हम लोग यहां बैठे हैं उनको अगर ठीक करने का तरीका समझ जाते हैं उसके लिए जो भी विधाएं हैं उसको अगर करना सीख जाते हैं और किसी का बचपन में अच्छा नहीं पड़ता है बचपन में बहुत अच्छा जाते जाते जाते हैं

उन्नत कर पढ़ाई इत्यादि को कर लेते हैं तो यह दोनों प्रकार के यहां मेरा विषय यह है कि जो किट है जो हमारे इंटरनल किड्स है वह किट अगर राइट फंक्शन करें और हमारे बच्चे जान जाए कि इसको कैसे प्रयोग करना है हमारा मन बुद्धि चित्त अहंकार अंतरण चतुष्टया और इसको कैसे बिल्डर एंड फिट किया जाए तो वह हमें अच्छा फंक्शन के काम कर सकते हैं जैसे हमारा लैपटॉप है काम करते करते हैं हो जाता है बहुत ही होने से शुरू डाउन हो जाता है फिर उसमें हम लोग चेंज करते हैं उसका हड्ड इसको चेंज करके भी कुछ लगाते हैं उनको भी चेंज कर देते हैं उसका सारा चेंज करते हैं फिर पुराना से पुराना लैपटॉप भी अच्छा लगता है

पिक्चर चेंज करने के लिए दिया है इंसानी क्या इंसान के अंदर नहीं दिया क्या हम उसको बैलेंस कर सकें उसका उपयोग कर सकें दिया है लेकिन हमें नहीं पता और उसको कैसे अपडेट कर सकते हैं कैसे उसका उन्नति करण कर सकते हैं हमारे बच्चे कम मेहनत में ज्यादा कैसे कनेक्ट कर सकते हैं दुनिया के शिव जी भाई जी पहुंच गए हम लोग कभी भी वही किताब और उसमें रट्टा मार कर पढ़ना ट्यूशन पढ़ने में लगे हुए हैं कि ऐसा कोई सिस्टम नहीं है कि बच्चों को मेडिटेशन में डाल दो और पढ़ाई डाल दो और अंदर अपलोड हो जाए है क्या ऐसा कोई सिस्टम है बच्चे सोए रहे और सारा पढ़ाई उनके अंदर अपलोड हो जाए ऐसा कुछ सिस्टम है क्या है क्या अभी यह स्कूल और कॉलेज भारत के लेवल पर इसका उपयोग कर रहे हैं नहीं नहीं कर रहे हैं क्या उनको चाहिए नहीं चाहिए इसका विरोध नहीं कर रहा हूं इसलिए क्योंकि जैसे लैपटॉप और कंप्यूटर आ गया

जिसका इन्वेंटर मैं नहीं हूं भारतीय हमारे गुरुकुल बैठक के सबसे बड़े-बड़े ऋषि मुनि हैं मैं उनका अभिनंदन को मैं अपने नाम पर नहीं ले सकता हां मैं रिसर्च यह कह सकता हूं लेकिन नहीं किया वह तो पहले से ही हमारे देश में गुरुकुल में बच्चे एक लाख वेद के विचारों को दिमाग में रख लेते थे रट्टा मार के में कुछ अलग पद्धतियां थे जहां वह सारे किताब का किताब उन बच्चों के दिमाग में डाल दिया जा सकता था अभी तो मात्र फिजिक्स केमिस्ट्री साइंस किताब है उस समय उसके चार वेदों के कितने सारे लाखोरी चाय और उसके दिमाग में भरा जा सकता था तभी संभव है तो हमारे बच्चों को ट्रेनिंग देने

जो कुछ अरे सिस्टम इन सारे ट्रेनिंग देकर उस लेडी तक लेकर जा सकते हैं जहां बच्चे कम मेहनत में ज्यादा याद रख सकते हैं और बहुत सारे विद्याओं को याद रख सकते हैं अभी पंधरा 14 साल तक स्कूल के जो ग्राफी मैथमेटिक्स साइंस हिस्ट्री ऐसे कुछ मात्र चंद विद बिंदु को किताबों कोरट के मैट्रिक पास किया प्लस टू क्लास का प्रस्ताव पास किया गया एवं इंजीनियरिंग के घाट के आगे बढ़ रहे हैं ऐसे लगता है कि विश्व में यही शिक्षा है और कुछ है ही नहीं हम बच्चों को शिक्षा के साथ विद्याओं को दे सकते हैं ज्ञान को दे सकते हैं और बच्चों के ब्रेन का कैपेसिटी जो कभी आइंस्टाइन बोले थे कि मैं तो हमारे अंदर वह चीज है

इन्वेंट कर सकते हैं निर्माण कर सकते हैं नीलाम कर सकते हैं लेकिन नहीं हो पा रहा है और नहीं हो पाने के पीछे सबसे बड़ा कारण कौन है हम सब बच्चों को शिक्षा दे दिए इंटरनल एनवायरमेंट प्रिपरेशन नहीं सिखा पाए किसी शीला बस में किसी स्कोर्स में किसी स्कूल में था नहीं है नहीं तो हम लोग इंटरनल एनवायरमेंट डेवलपमेंट ट्रेनिंग कोर्स करते हैं आप लोग हमारे यहां सेंटर पर आ सकते हैं करवा सकते हैं है सिगरेट मेथड बाहर डिस्क्लोज नहीं किया जा सकता है और यह कुछ मेडिटेशन एंड कुछ रिलैक्सेशन एंड कुछ मंत्र यंत्र का उपयोग जरूर किया जाता है और इन को लेकर 1 इंच का ट्रेनिंग होता है एक महीना कटनी होता है 6 महीना खत्म होता है 1 साल 3 साल का ट्रेनिंग होता है तो आप लोग जो भी अपने बच्चों के लिए और मैं तो काम करता हूं ऐसे बच्चे जो अनपढ़ गवार के पश्चात स्कूल का सबसे लास्ट नंबर रखने वाला जिनके पास कोई कैपेसिटी ही नहीं है याद रखने का या पढ़ाई का या रुचि ही नहीं है ऐसे बच्चे हमें भी आ जाएं और ऐसे बच्चों के ऊपर हम काम करना चाहते हैं जो लिखकर शिक्षा की भिक्षा मांगे जो ठोकर आज एजुकेट

उनसे हमें कोई मतलब नहीं हुई तो छोड़ दो एकदम मुझे पढ़ने दो बढ़िया से पढ़े किसी स्कूल कॉलेज में बैठकर पढ़े और नौकरों खर्चा करा कर बने गुलाम बने मानसिक गुलाम बने तुम से हमें कोई मतलब नहीं है हमें उन से मतलब है जो लोग प्रोफाइल के बच्चे हैं जिनका ब्रेन कैपेसिटी पढ़ाई का क्या स्थिति आज के डेट में आपके जो नजर में स्कूल के नजर में माता-पिता के नजर में जीरो है ऐसे बच्चे हमें दिया जाए फिर हम चमत्कार दिखा सकते हैं कि ऐसे लेट लग सकता है जरूर लग सकता है लेकिन होकर रहेगा एक महीना के अभी हम लोग आने वाले हैं इसमें एक विषय है 7 दिन और एक महीना में घुमा देंगे लेकिन कुछ हो सकता है मेरी तरफ से आपको संपर्क करेंगे और हमारा यह अत्यंत आवश्यक है कि हमारे बच्चे हैं अच्छे हैं अच्छे से करें देश का

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