पांच ग्रहण मृत्यु स्थान पर अपने से अष्टम जाने से क्या फल मिलता है जब कुंडली में किसी के कुंडली में 5 ग्रह अष्टम स्थान पर हो या अपने से अष्टम में जा रहे हैं तो जिंदगी में सबसे ज्यादा बाधा भीगना कहां से आते हैं

Om Gurudev Namo kam ganapataye Namo Namah Om Shanti Shanti Hari Om Shri Gurudev Namah कंडीशन बन रहा है और इसके लिए थोड़ा सा और ज्यादा clari5 उत्तर आप लोग ढूंढे और उसके लिए कुछ लोगों का प्रश्न आया कि यह तीन चार वीडियो में बोल चुके हैं कि कई सारे ग्रह अपने से अष्टम में जा रहे हैं और उसका क्या परिणाम होगा थोड़ा सा ठीक से बताइए यह किसी और जगह में हमें वीडियो नहीं मिला तो चलो मैं ही आप लोगों के लिए और थोड़ा परिश्रम कर देना चाहूंगा कोई बात नहीं है थोड़ा समय मिला तो उसके लिए मैं बना दे रहा हूं सबसे पहले देखिए इस समय वर्तमान कंडीशन पर कोई भी राशि लगने वाले हो कोई भी राशि लगना क्षेत्र वाले हो वह भूल जाओ और ना ही यह किसी स्पेशल किसी राखी लखतर के लिए बोल रहा हूं कोई भी हो जब आपके कुंडली में सर्वाधिक ग्रह यानि 9 में से 4:00 या 5:00 या 7:00 ग्रहण एग्जिट बोलते हैं तो उसमें से चार या पांच उदाहरण देना नहीं चाहूंगा सीधा पॉइंट पर आ रहा हूं

सूर्य भगवान अपने से अष्टम पर चल रहे हैं मीन राशि में चल रहे हैं अष्टम से 15 तारीख 14 15 तारीख तक संक्रांत कर जाएंगे इस 15 दिन के अंदर अंदर दूसरा यह ग्रह अपने से अष्टम में चल रहा है मंगल अपने से जिंदा जमीन में चल रहा है उसका सप्तम वृष राशि होता है अष्टम पर चल रहा है अष्टम स्थान पर चला और आगे चलते हैं तुला राशि पर चलते हैं तो तुला राशि का लोड बनते हैं सुख अपने से अष्टम भला किस रोग रही हो कि वृष राशि में है लेकिन स्थल पर पड़े हुए हैं उसके बाद हम लोग बात कर लेते हैं जो तुरतुरिया ग्रह है राजकुमार बाबा बुध भगवान बुध ग्रह बुध ग्रह भी आज का डेट में अपने से यह मेष राशि में अष्टम में घुसने चुके हैं 31 को भूल जाएंगे यानी 15 दिन के सेगमेंट में यहां पर आ जाएंगे यह अष्टम स्थान में मंगल शुक्र बुध सूर्य ग्रह होगे अपने से अष्टम में पांचवा होने वाला है चंद्रमा अपने से अष्टम 15 16 को घुस गया अंदर अष्टम के अंदर तो हो एक ऐसा दिन होगा आप 15 16 17 जहां पर सर्वाधिक पांच ग्रह अपने सपनों में गोचर करेंगे यह बिंदु को मैं आपको जो चित्र दिखाकर दिखाकर आपको बता दिया कि यहां पांच पांच ग्रह एक साथ अपने से अष्टम जाना यह स्वाभाविक बात है विश्व पटल में मृत्यु स्थान पर जब अपने ग्रह एक साथ पांचों का पांचो प्लानेट एक साथ अपने मृत्यु स्थान पर जाकर बैठे हैं तो क्या कहा जाएगा इसको ने चुरा ली उसके करवाएंगे

स्टेशन करने जाऊं तो बहुत लंबा होगा और फिर बोलोगी लंबा वीडियो बनाते हो किसके पास टाइम में शॉर्टकट में बता दो शॉर्ट कट में बता रहा हूं सुन लो तो सबसे पहला क्षेत्र में जाएगा जिसमें और किस राशि पर बैठा बैठा बैठा

तो शुक्र खुद जाकर बात करते हुए उनके पूरा कार्यक्रम खत्म ताकतें नहीं है काम करने के लिए आगे मंगल पीछे राहुल और आके बैठा उसको करें या हुआ तो उनका भी कार्यक्रम खत्म भूत सुखदेव तत्काल इस स्थिति में शुभ होना चाहिए राहुल के साथ बैठकर मेल हो गया बाकी बचा को चंद्रमा का बात मत बोलिए वह खुद हालत पर घूमता रहता है सिर्फ आप कभी आपके आपके गोचर से स्थान पर जा रहे हैं इस समय अगर आपको यात्रा कर रहे हो तो आपकी कुंडली में यात्रा कारक ग्रह और आकाश का क्या कहना चाहते हो बिजनेस करना चाहते टाइम नहीं है 1 दिन के अंदर कोई अच्छा फल देने वाला है अगर कहीं पर जा रहा है तो केवल के ऊपर मरने के कगार पर बैठा शुभ शक्ति कमजोर हो जाएगा शुभ शक्ति बढ़ जाए तो नेचुरल कितने भी गुंडे उचक्के बदमाश चोर चपेट चोर चोर चौहान इतने सारे हैं उनके अंदर ज्यादा बंद हो जाता है और जितने सारे अशुभ शक्तियां हैं आपके भाषा में भूत प्रेत पिशाच डायन चिलकन या ऐसे समझो ब्रह्मराक्षस और जो भी काम का काम का जो काम आप करना चाहते हो उस काम में और चने आएंगे और जब अर्चन आएंगे तो आपका बने बने काम भी बिगड़ेगा तो यह बेसिक और छोटा में बना दिया और एक्सप्लेनेशन करने जाओ तो एक घंटा दो घंटा लग जाएगा हर एक कार्यकर्ता और ऐसे में किस किस राशि वालों को क्या क्या फल मिलेगा और उतना मैं जहां तक आप लोग जितना मेरे को मेरा दिमाग खा गए हो छोटा बनाओ छोटा बनाओ तो बड़ा में बनाने के लिए खुद ही बनाए और आप लोगों का दुनिया में मजा नहीं आता है जय हो जय हो जय हो पवित्र भूमि मृत्यु स्थान पर इस समय बाकी राशि वालों को क्या फल मिलेगा अपलोड हो गया

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