रात्रि के समय भवन का जो विधान बताया गया है यह तो नेट से जरूर देख लेना चाहिए अगर नहीं देखते हो तो माता रानी के भक्ति के अनुसार सूर्य से श्रेष्ठ नक्षत्र को देखते हुए कर लेना चाहिए और नहीं हुआ तो उसी दिन कुछ भी माता रानी के भक्ति के लिए आपको यह करना चाहिए बिना हवन का कोई भी मंत्र तंत्र जॉब पूजा-पाठ का मूल्य कुछ नहीं रहता खुद नहीं कर पाते हो आनंद जी बुला लो खुद नहीं करते हो पंडित जी बुला लो और कर लो और पंडित जी अभी नहीं है जहां पर वहां पर खुद से तांबे का अग्नि अग्नि का अग्नि यज्ञ का पात्र बना लो और उसमें हवन करते रहो और जो मंत्र का जाप करते हैं उसका उसका हवन करते रहना चाहिए जो लोकतांत्रिक विधान में करते हैं वह लोग रात को हवन करते हैं और आखिरी समय में भी हवन का विधान है लेकिन बिना गुरु आगया और बिना साथ सहीद लक्ष्मण नायक चित्र नहीं देखने के हवन उतना ज्यादा फल पद नहीं होता होता तो है लेकिन उतना ज्यादा फल प्राप्त नहीं होता है इसलिए वहां अच्छा है और
नवरात्रि ऑफ कर रहे हो जितना ज्यादा गन्ने का रस बुर का पानी सब्जी फल फल फल का रस फ्रूट जूस और को जितना ज्यादा पानी ले गए ड्रिंकिंग लेवल पर जितना ज्यादा जाओगे धीमी पर जितना ज्यादा जाओगे और उन सब में सबसे एक नंबर में आता है अगर आपके आसपास शुद्ध देसी गाय का दूध अगर मिल जाए तो एक नंबर है और दूसरा नहीं मिल जाए तो दो नंबर है तीसरा उसका छेना का पानी मिल जाए तो नवरात्र में माता रानी को बना देते हैं हमारे उड़ीसा में माता रानी तुरंत सुंदरी माता रानी के
दूरबीन के बाद अगर नहीं है चलना है मधु का पानी अगर ओरिजिनल मिलता है पर डुप्लीकेट वाला मधु का पानी एकदम नहीं देना है और दिमाग मधु का पानी अगर संभव हो तो माता रानी को भोग लगाना और उस पानी को रिपोर्ट डालने के बाद पीना है वह डायरेक्ट फोन लगाकर नहीं पियोगे उसमें क्या मतलब जो नेगेटिव एनर्जी हैं माता रानी का वह उसको धारण करती है तो पहले से बोतल में लाखों का बेटा जेल में है उसमें दे दिया तभी तो भी पिक्चर में और बाकी है उसको फोन लगाना है उसके बाद उसको फोन करना है यह समझ लेना यह मधु का पानी चाहिए कोई विधान विधान है
बुर का पानी का उपयोग सबसे ज्यादा नवरात्र में करना चाहिए और अगर मिल जाए पानी बल आघूर्ण जूली कूट-कूट ना जैसे दिखाया आपको अगर वह बने मिल जाए नेचुरल हुए नेता रूप में क्या होता है ना उस भूल को बहुत ज्यादा हाइट में पाया नहीं जाता उसको बीच में पकाया जाता है और उसमें सारे इंडिया डांस रहते हैं तो नवग्रहों की शांति के लिए तुम्हारे शरीर के शांति के लिए और माता रानी को शांति के लिए वह पानी वाला गुड़ का प्रयोग गंगाजल जैसे ही होता है क्योंकि उसको उसी प्रकार जो भट्टा होता है मां काली का भट्टा में पानी का गुरु बनाते हैं दिखाओ वीडियो है माता रानी का पूजा के लिए और प्रतिदिन पूजा करते हो तो एक छोटा सा के कटोरे में पानी और थोड़ा सा थोड़ा सा थोड़ा सा उपयोग के लिए और उसके उपरांत
हाय कम किए ज्यादा कम खाओ गम को कहा गया है कम खाओ और ज्यादा से ज्यादा पियो बिल्कुल टाइट तो ज्यादा से ज्यादा जाओ तो उसमें शरीर के सारे अलग-अलग होते हैं साफ होता है और जो भी ग्रहों के रसीद वाले राजी है स्टाफ है वह सारे साफ हो जाता है हम लोग नेचुरोपैथी पंचगव्य में बोलते हैं फास्टिंग नेम द डिजीज ठाट और बात बने रहना अपने पास रहोगे तो और बॉडी को स्लिम एंड क्लीनिंग करोगे तो यह नवरात्र के लिए अत्यंत उत्तम और शुभ फलदाई बनता है सारे पाप ताप को काटता है शायद वह कमिश्नर जी को काटता है और शरीर में सुस्ती को बढ़ाता है और एक बात हमेशा याद रखना मुझे में विधान बताया इसमें जो भी अधिकतर समस्याओं से मुक्ति का समस्या है
बबली रहा तो क्या हुआ गलत माया बढ़ गया तो माया को काटने के लिए यह माया कांटे से कांटा को निकालना तो सारे मारा है और उनको अगर पॉजिटिव में कन्वर्ट करना है तो माता रानी को तो अपने पक्ष में लेना पड़ेगा को भी हराना पड़ा तो राम को माया रानी को माता रानी को मां दुर्गा को मां काली को अपने कब्जे में लेना पड़ा