वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि गुरु बृहस्पति का मेष राशि में गोचर का फल वृश्चिक राशि का छठा स्थान में गुरु बृहस्पति

वृश्चिक राशि के छठा स्थान मेष राशि में किस प्रकार का फल देने वाले हैं आने वाला 1 साल हालाकी नया वर्ष हिंदू कैलेंडर के अनुसार शुरू भी हो रहा है सूर्य का ग्रहण में होने वाला है सूर्य संक्रांति मेष संक्रांति में संक्रांति के उपरांत यहां ग्रहण और गुरु चांडाल योग और वृश्चिक के छठे स्थान पर गुरु बृहस्पति अब तक पंचम स्थान पर गोचर कर रहे थे वृश्चिक राशि वालों को शिक्षा ज्ञान प्रेम संतान इत्यादि के हर स्थिति में बहुत अच्छा परिणाम देते देते जा रहे थे सभा बिक बात है एक उत्तम परिणाम यहां गुरु बृहस्पति दिए अब वृश्चिक राशि के लग्न के ऊपर गुरु बृहस्पति का दृष्टि हर प्रकार के बीमारी से मुक्ति मिजाज स्वास्थ्य का प्राप्ति व्यक्तित्व में विकास किए थे अभी गुरु बृहस्पति द्वादश स्थान पर दृष्टि देंगे क्या परिणाम होने वाला है तो वृश्चिक राशि का उसके ऊपर हम लोग विचार करेंगे वृश्चिक राशि से गुरु बृहस्पति छठा स्थान में गोचर करके पंचम पंचम दृष्टि में वृश्चिक राशि का सबसे पहले 12 12345 123456789 स्थान पर दृष्टि देने वाले हैं यानी वृश्चिक राशि वालों का जो साढ़ेसाती और के बाद भैया चला इसमें वृश्चिक राशि वालों का दशम स्थान में अभी गुरु बृहस्पति का दृष्टि आना और द्वादश स्थान पर दृष्टि सप्तम दृष्टि और शुद्ध स्थान पर नवम दृष्टि आना तो यह किस प्रकार का परिणाम लेकर आने वाला है अगला समय में तो उसके बारे में हम लोग सर्वप्रथम बात करेंगे तो सर्वप्रथम गुरु बृहस्पति छठा का फल अगर विचार करते हैं तो कोई भी प्लानेट

विगत दिनों में इसका कमर दर्द तुला राशि वालों का तो किसी का रोग रिपोर्ट अनकंट्रोल किसी का दुकान में पानी नहीं होना आर्थिक स्थिति में नीचे गिर जाना और जिसके कुंडली में गुरु इस प्रकार छठा स्थान पर आकर बैठे हैं उन लोगों का शकट योग जैसे फल होना गुरु बृहस्पति छटा में रहकर तुला राशि वालों के लिए तुला राशि वालों के लिए बहुत अच्छा नहीं किए थे और वृश्चिक का अभी हालांकि कारक है और छोटा में आ रहे हैं तो प्रारंभिक 6 महीना तो राहु के साथ होने के कारण छटा में रोग रे पूरण तो शत्रु इत्यादि को दमन करने का काम तो जरूर करेंगे इसमें कोई दो राय नहीं है क्योंकि राहु के साथ भी इनका छोटा स्थान पर आठवां स्थान पर द्वादश स्थान पर पाप ग्रह को अच्छा परिणाम दिया जाते हुए देखा गया है तो इस क्षेत्र में तो अच्छा हो जाएगा मना नहीं है लेकिन जब गुरु का यहां शुद्ध हो जाएगा यानी राहु निकल कर चला जाएगा ग्रहण इत्यादि समापन हो

होने का संभावना है गुरु बृहस्पति से आशा करना यहां बेवकूफी होने वाला है तो रोग रिपोर्ट बढ़ने का असर है और स्वाभाविक बात है जब तक पंचम में गुरु थे तो साढ़ेसाती और ढैय्या का कोई असर फील नहीं हो रहा था यहां निकलने के बाद थोड़ा थोड़ा फील होगा और वहां से निकलने के बाद बढ़िया सफल होगा तो यह गया उनका स्थिति और दृष्टि में बात करते हैं तो अभी कैरियर के स्थान पर गुरु बृहस्पति का दृष्टि यह एक प्रकार से भैया का परिणाम को काटने वाला है यानी जहां कार्मिक रिजल्ट स्लो डाउन हो रहा था यहां पर गुरु बृहस्पति और शनि दोनों का दृष्टि आना यह एक प्रकार से डबल रिजल्ट मिलेगा यानी एक तरफा गुरु भी मलिक हो रहे हैं राहु के साथ सनी ऑलरेडी मलेफिक है और यहां दृष्टि आना था छह महीना उतना ज्यादा गुड रिजल्ट नहीं आएगा बहुत सारी समस्याएं आएंगे इसके ऊपर लौंडा वीडियो कभी और अगर आप लोगों का कमेंट आया तो मैं एक एक एक एक लाइन करके डिटेल कर दूंगा अगर वही समझ ले कि पहला 6 महीना 9 महीना के मामले में बहुत कुछ मान सनमान उन्नति प्रगति प्रमोशन रीवा रीवा डांस

तुला राशि के ऊपर जाना और तुला राशि वृश्चिक राशि का द्वादश स्थान और इस द्वारका स्थान पर गुरु का दृष्टि पहले तो केतु और राहु का एक सांस में हो ना बहुत सारा खर्चा और समस्याओं को बिल्ड अप करना यह जरूर होगा और विदेश गमन का यानी यात्राओं का भी स्थिति बहुत सारा बढ़ाएगा गुप्त शत्रु का क्षेत्र जरूर जब तक मैं लिखित दृष्टि है बढ़िया लेकिन जब यहां शुद्धि हो जाएगा तो फिर यहां से समस्या खर्चा आध्यात्मिक क्षेत्र में खर्चा इनकम इधर काम और खर्चा ज्यादा इनकम के स्थान पर भी दूर दृष्टि ग्रुप का तो वहां से भी इनकम और परिवार में सुख शांति और परिवार में कई प्रकार के शुभ कर्म आदि का संभावना छटा में हो कि यह सब देंगे लेकिन छठा का कार्य दो प्रकार का फायदा मिलने वाला है अगर यह कारक नहीं है इसलिए कार्य भावना से नहीं हो रहा है लेकिन एक सिंपल बात है गुरु जहां बैठते हैं वहां बिना करते हैं गुरु जहां देखते हैं वहां बात करते हैं तो वित्तीय स्थान और द्वादश स्थान के ऊपर दृष्टि जाना यह उत्तम फलदायक रहेगा दसवां स्थान पर जाना पड़ेगा वृश्चिक राशि वालों का समस्या केवल शिक्षा से है कमर दर्द का भी हो सकता है कहीं ना कहीं शत्रु के द्वारा शत्रुओं को पीड़ा मिल सकता है यह भी है कि शत्रु से धोखा होना और शत्रु का वृद्धि होकर आपको कुछ समस्या में डालना और जो काम रुकावट डाउन होना यह छठा में होने का संभावना गुरु बृहस्पति कंपटीशन नौकरी और शत्रु को कंट्रोल में हो जाएगा उसका 6 महीने में थोड़ा सकता है इसके लिए आप लोगों को तो फिर मैं उसके ऊपर काम करना चाहूंगा बाद में गुरु चांडाल योग का क्या परिणाम होने वाला है उसके लिए दे दिया हूं आ सकते हैं धन्यवाद

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