कोई भी ग्रह का रेमेडी जब भी हम लोग करते हैं तो कभी कभार ग्रह ही उसे काम के लिए बढ़ा देते हैं और कम होने में मुश्किल होता है

जो हम लोग कोई भी रेमेडी पर चलते हैं और वह रेमेडी करते हुए सबसे पहले ठंड जब तक परिपूर्ण नहीं होता है ग्रह का रेमेडी नहीं होता है अब एक एग्जांपल उदाहरण ले लो की सोचो कि आपको एक एग्जांपल है कि मैं एक एक व्यक्ति का बच्चा का प्रॉब्लम था और उसके लिए वह बाल गोपाल का यंत्र और संध्या काली का यंत्र था वह जिसमें जिसका बच्चा ऊंचा नहीं होता है उनके लिए यंत्र बनाया जाता है यंत्र में लिख भी दिया बना भी दिया लेकिन उसे तक नहीं पहुंच पाया फिर उसने फिर पैसा भेजा दोबारा में भेजा उसका रास्ता में मिस्प्लेस हो गया तो उसके लिए काम नहीं बना तो मेरे को समझ में आ गया कि यहां से मैं मेहनत कर रहा हूं उसे नहीं मिल रहा है माने क्या है उसको अभी तक उसको जो मैं बोला था कि भाई देख यह इतना मंत्र का मेरे को जब करके दे दे हो सकता है करो वादा कटेंगे और तभी जाकर तुम्हारा यह रेमेडी फलित होता नहीं तो पॉसिबल नहीं है तो वह बेचारा वह काम सही से किया नहीं होगा जिसके लिए उसका प्रायश्चित कम नहीं हुआ जब तक के पूजा पाठ कर देंगे तुम पैसा भेज देगा पैसा पूजा पाठ कर दीजिए

के पूजा पाठ कर देंगे तुम पैसा भेज देगा पैसा पूजा पाठ कर दीजिए गुरुजी बोल हम लोग कोशिश करते हैं कि चलो इसका काम बन जाए लेकिन जो तुम जैसे मेरे को बोल रहे हो कि यह डेट में हमारा काम कर दीजिए तुम डेट दे रहा है ठीक है तुम्हारा पास पैसा भी रेडी है यहां भी ठीक है मेरे पास पंडित भी रेडी है यहां पर ठीक है सब कुछ ठीक है लेकिन जब यह काम करने के लिए आओगे तुम्हारे जैसे वह कोलकाता वाला पार्टी था उसका ठीक टाइम में पिताजी का तबीयत खराब दौड़ भाग यहां से प्रोग्राम कैंसिल पंडित को एडवांस दे दिया काम नहीं बन रहा है तुम्हारा तबीयत ठीक नहीं है ऐसे बोलो सारे ग्रह के शांति में बढ़ाएं बिल्ड अप होते हैं इसलिए यह तो हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं भगवान को की प्रभु हमें यह जो युति है या यह जो जैसे कालसर्प हो गया या अगर आप योग हो गया या फिर सकत योग हो गया इनका निवारण या जो भी

पंडित को एडवांस दे दिया काम नहीं बन रहा है तुम्हारा तबीयत ठीक नहीं है ऐसे बोलो सारे ग्रह के शांति में बढ़ाएं बिल्ड अप होते हैं इसलिए यह तो हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं भगवान को की प्रभु हमें यह जो युति है या यह जो जैसे कालसर्प हो गया या अगर आप योग हो गया या फिर सकत योग हो गया इनका निवारण या जो भी जो भी जातक सब बता दीजिए या कर दीजिए करके ठीक है पैसा भी है तुम भी हो टाइम भी है लेकिन गृह भी तो अलाउड करने चाहिए तो ग्रह

राम मंत्र नहीं चाहोगे तो भी रास्ता खुल जाएग यंत्र लिखकर तैयार है लेकिन उसे तक नहीं पहुंच सकता है एक ऐसा एक मुंबई का केस था कमर दर्द में पीड़ित था उसके लिए बना कर भेज दिया गया लेकिन ठीक टाइम में उसको मिला नहीं और वापस आ गया माने क्या भुगतना ही पड़ेगा उसको जब तक वह प्रायश्चित कम को परिपूर्ण नहीं करता है तब तक उसको दंड भुगतना पड़ेगा तो प्रायश्चित कम क्या है कम से कम कटेगा तो उसके लिए प्रसिद्ध कम करना दूसरा उसके लिए जब इत्यादि करना जो भी जब बहुत बताया गया जो मंत्र का जब करोगे तो रास्ता पिटेगा खुलेगा

पूजा पुस्तक पहुंच नहीं पा रहा है या पहुंचा तो 10 हाथ के हाथ से पहुंचा उसका एनर्जी डिस्ट्रॉय हो गया अब समझ में आ रहा है कि तुम्हारे कर्म तुम नहीं किया तुम्हारा जब तुम नहीं किया तुम्हारा प्रायश्चित नहीं किया प्रायश्चित को समर्पण नहीं किया और भगवान को और ग्रहों को यह प्रार्थना नहीं किया कि मुझे मार्ग दीजिए मेरे को सहायता करिए तब तक तुम्हारा काम नहीं बनेगा बल्कि बधाई आएंगे बचपन में मैं अपना निकाल तो रहे हैं बेटा लेकिन पहुंच पाएंगे या नहीं और पहुंचेंगे तो कर पाएंगे नहीं इसमें डाउट है क्योंकि बढ़े बहुत आ रहे हैं शारीरिक बढ़ाएं मानसिक बढ़ाएं आर्थिक बढ़ाया इस प्रकार का चीज है और

मेरे शांति करने के लिए जा रहे थे और मेरे पिताजी का मेरा दादाजी का नाम लाल वाला राजदूत गाड़ी था तो मैं ही चल रह आगे जा पाए ना पीछे जा पाए ठीक है ना तो ऐसे बढ़ाएं आ जाते हैं सब कुछ सेटअप है वह भी तैयार है पंडित जी को रास्ता में घर वालों को रोक दिया आधा रास्ता में उनका गाड़ी कभी खराब नहीं होता था लेकिन खराब हो गया तो इसलिए तुम्हारे पार्ट का जो जॉब है अगर खत्म किए हो दूसरा है की प्रार्थना करो क्योंकि तुम्हारा पैसा का मोहताज तो हम लोग नहीं है ना या पंडित लोग नहीं है तुम्हें दया कर रहा है पंडित लोग तुम्हारा ग्रह लेकिन मिलेगा तो भगवान से ईश्वर से प्रार्थना करो कि राइट टाइम में हो जाए मेरा कोशिश रहेगी कि आपका काम नवंबर के महीना के अंदर हो जाए दिले होगा तो दिसंबर के अंदर हो सकता है तो मेरा प्रयास रहेगा कि मैं आपका काम सही समय में करवा दूं यह मेरे लेवल का प्रयास है मैं भी प्रार्थना करूंगा कि सही टाइम में हो जाए लेकिन याद रखना ग्रहण का काम इतना आसान से होता नहीं है बड़ा भी ना आता है दिल्ली आता है इसमें हड़बड़ाओगे काम नहीं बनेगा और

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