यह जो आप कह रहे हो कि पढ़ाई में मेरा मन नहीं लगता है मैं पढ़ाई के क्षेत्र में बहुत पीछे रहता हूं पढ़ने का मन लगता नहीं है और कितना भी कोशिश करूं उसमें मैं फिर यूं ही रहता हूं यह सबसे पहले आपको यह समझना है कि ऐसा क्यों हो रहा है ऐसा होने के पीछे रहस्य क्या है सबसे पहला मैं अपने साढ़ेसाती का हिस्ट्री में जो स्टूडेंट लाइफ में मेरे को जब साढ़ेसाती पड़ा और उस समय का बात मैं कहता हूं साढ़ेसाती का इंपैक्ट जानते हुए मैं बचपन से एस्ट्रोलॉजी के काम कर रहा हूं और मैं प्रथम चाइल्डहुड मेरा पूछता ही नहीं माता-पिता दादा-दादी नाना-नानी मतलब पूरे खानदान ही ज्योतिष के काम करने वाले उसके बावजूद आप जो कह रहे हो कि विगत 3 साल से मेरे को पढ़ाई में स्टूडेंट होने के बावजूद मन नहीं लगता और पढ़ाई में 8 घंटा भी बैठो तो मेरे दिमाग में कुछ विद्या घुसते नहीं है मैं एक तरह का फैन हूं और बहुत पढ़ाई को लेकर कैरियर को लेकर चिंतित हूं किस फील्ड के कैरियर में जाऊं यह एक मेरे लिए बड़ा टेंशन और चिंता का विषय रह गया है और जो आपका दूसरा भी सर था कि मैं याद नहीं रह सकता है एक तरह से मेमोरी लॉस हो जा रहा है
कारण है इसका कुछ और नहीं केवल और केवल 30 से शनि का साढ़ेसाती ठीक है जब भी किसी भी छात्र जीवन में ऐसा कंडीशन बिल्डर को कोई भी स्टूडेंट अपने जीवन में साढ़ेसाती को पेश करता रहे तो यह सारे आम बात है साढ़ेसाती के दौरान हमारे ब्रेन काम नहीं करता इसको बोलते हैं यह डिवीजन ऑफ ब्रेन फेल हो या मानसिक स्थिति में हम नहीं रह पाते जहां पढ़ाई अच्छा से कर पाए और वह मैं अपना एग्जांपल भी आपको दे रहा हूं कि मेरा जब साडे शनि का साढ़ेसाती और एग्जामिनेशन था उस समय तो मैं भी उस समय रो रहा था प्रचंड रूप में कि मेरा पढ़ाई भी आप जैसे स्थिति कह रहे हो 8 घंटा बैठा लेकिन मेरा ब्रेन में कुछ गुस्सा नहीं है यह कोई चिंता नहीं है कुछ भी नहीं है कि हमें एकदम से कुछ बहुत ज्यादा हानि हो जाएगा नुकसान हो जाएगा हो जाएगा ऐसा एक दम नहीं है छात्र छात्र जीवन पर पढ़ाई का टाइम के प्रिय में अगर साढ़ेसाती हो तो यह होना एक आम बात है इसमें कोई चिंता का विषय है या तो बहुत ज्यादा इसमें मानसिक लेवल पर परेशान होने का कोई विषय कहीं से भी नहीं है छात्रा के साथ ऐसा हुआ ऐसा भी नहीं है और भी बातों के साथ ऐसा होता है
पेड़ के लिए या पढ़ाई में मैं पीछे हो रहा हूं एक दम नहीं है यह एक दम नहीं है जो सबसे पहला पॉइंट आपके एडेयूर स्टूडेंट आपका कुंडली में गुरु कितना भी लौटा उसमें बैठ जाए और आपके लिए कितना भी लॉस का कारक हो जाए जिस दिन कुंडली में गुरु कारक होकर या कारकों के स्वर में बैठा और याद रखना स्वर्ग रही प्लानेट बॉलीप्लैनेट उसका प्लानेट बुरा फल नहीं देते नेक्स्ट हमारा पढ़ाई हेतु दो चीज सबसे बड़ा काम करता है एक चंद्रमा काम करता है दूसरा बुध काम करता है आखिर में इंटरनल एनर्जी के लिए ज्ञान का कारक गुरु बृहस्पति काम करता है बाकी सारे प्लानेट जरूर है लेकिन विभाग के अनुसार अगर देखेंगे 259 आपकी कुंडली में साड़ी बढ़िया है एकदम नहीं है कि सारे खराब कंडीशन पर हैं अच्छे हैं याद रखना जब मैं अपना साढ़ेसाती में प्लस टू का क्षेत्र था मैं उस समय मैं रोया हूं
हां बोल दो स्टोरी वह आपके साथ ही नहीं सबके साथ कल इंटरव्यू है आज दिमाग काम नहीं कर रहा है आज तनाव में पढ़ रहा हूं कल पर पढ़ाई है और पढ़ाई कैसी अमिनेशन है एग्जामिनेशन कैंसिल हो गया ऐसा लगता है कि मैं सारा कुछ पढ़ लिया लेकिन लगता है कि मैं कुछ पढ़ा ही नहीं हूं 8 घंटे किताब को फोकस कर लिया एग्जामिनेशन हॉल में पेन पर ले कर बैठते हो बोलते हो यार मैं पढ़ा क्या था लिखूंगा क्या और आंतरिक आत्मा बोलता है कि मैं इस प्रश्न का उत्तर को तो बहुत अच्छे से जानता हूं मैं पढ़ा हूं मैं जानता हूं लेकिन जब लिखने का काम आता है या एग्जामिनेशन फेस करने का काम आता है या मैं जब जब भी इंटरव्यू को पेश करने का विषय आता है तब मैं फ्री होता हूं मेरा सिस्टम मुझे सपोर्ट नहीं करता मेरे को जो इंटरनल सबकॉन्शियस मेरा माइंड मुझे हाथ में बेलन पर सप्लाई करना चाहिए उस अप्लाई कर नहीं पाता और मैं एग्जामिनेशन को पिक नहीं कर पाता लिख नहीं पाता कोई कोई तो फिर भी हो जाते हैं और कोई कोई बच्चे तो एक प्रकार की फोबिया को बेचकर जाते हैं तो इसमें होने का कोई आवश्यकता नहीं है और यह शनि की साढ़ेसाती में मैं बहुत सारे स्टूडेंट मेरे पास हजारों स्टूडेंट्स हैं गुरुजी कुछ रास्ता बता दीजिए और उनको कोई भी टेक्निक काम में आता नहीं है यह बात समझ जाओ अगर कोई
सिस्टम पर जाओगे वह भी काम में नहीं आएगा और कई कई प्रकार के रेमेडीज लोग करके हार जाते हैं काम में नहीं आता है और इसका रेमेडी अगर छात्रों के लिए जनरल भी नहीं आना चाहिए फैक्ट बहुत ज्यादा लेकिन कुछ छात्रों को यह आ जाता है और इसके पीछे जो सबसे बड़ा रहस्य यह है 21 माइंड स्लोडाउन हो जाना क्या राइट या रॉन्ग करने के लिए डिसीजन नहीं लेता ना और अपनी को अकर्मण्य अनुभव करना अपने को पड़े रहने का इच्छा होना नया लैपटॉप भी है उंगली चलाने का इच्छा नहीं होगा देखने का इच्छा नहीं होगा और छात्रों के अंदर एक और कोरिया यहां पर बनता है कि जानता हूं लेकिन करने का इच्छा नहीं है पड़े रहने का इच्छा है और वह इन्हें जानते हैं लिखने का इच्छा नहीं है एक और इंटरनल इफेक्ट होता है उसको बोलते हैं टेंशन मतलब कंप्यूटर लैपटॉप खुले हो किताब खोले हो देख रहे हो लेकिन एकदम छोटे से छोटा सरल से सरल सहज सहज काम है आप शिक्षा क्षेत्र में आसानी से कर लेते थे 5 साल पहले अगर आप के मनोवैज्ञानिक स्थिति को देखा जाए तो आपके लिए बाएं हाथ का खेल था
आप बहुत सही बोले विदाउट एनी रीजन आपको लगता है कि आप कुछ बोली नहीं मतलब आपका फ्रेंड सपोर्ट नहीं कर रहा है आपका माइंड सपोर्ट नहीं कर रहा है आपका इन और सिस्टम आपको सपोर्ट नहीं कर रहा है और कभी कबार फिल्म का भय लगता है बाकी स्टूडेंट आगे बढ़ जाएंगे मैं पीछे रह जाऊंगा घर वाले क्या बोलेंगे मेरे दोस्त क्या बोलेंगे मेरे दोस्त और सोसाइटी का कंपटीशन से पीछे रह जाऊंगा इस प्रकार का अफेयर फोबिया टेंशन अच्छा नहीं होगा कंप्यूटर में कोई प्रश्न उत्तर देने का इच्छा नहीं होगा या कुछ भी एग्जामिनेशन में प्रश्न उत्तर देने का इच्छा नहीं होगा देने के बावजूद भी आपके अंदर एक डाउट सिस्टम क्रिएट होगा कि यह सही है या गलत है आप जानते हो यह सही है लेकिन उसको हंड्रेड परसेंट हैपियर करने के लिए या रिजल्ट केम आउट करने के लिए आपके अंदर का भाव जो एनर्जी है उसे वोट नहीं करेगा और एग्जामिनेशन दे दीजिए सोचो और सुनाओ तुम्हारी के चमत्कार बताता हूं आप जैसे आदमी से आपके दूसरे स्टूडेंट्स आपके दूसरे तो आप से कम बृजबाला स्टूडेंट आप से पढ़ लेंगे आप से सीख लेंगे अगर पास कर जाएंगे आप पीछे रह जाओ
Nahin Nahin Koi Karkhana nahin diya koi karkra nahin diya Aap Jo kah rahe ho ki aap aapse sabse Lo profile ka student Achcha number Rakh leta hai aur vah ghoom raha tha 8 घंटा पढ़ने के बावजूद भी आपका अच्छा नंबर नहीं आ पाता है नहीं रह पाता है एक दम करेक्ट बात है यह वही होता है और यह सारा जो भी घटनाएं हैं मैक्सिमम साढ़ेसाती मकर राशि वालों के साथ धनु राशि वालों के साथ यह पीछे निश्चित तो तुला कब मशीन के साथ होते होते आया है किसके साथ कम हुआ है किसके साथ ज्यादा हुआ है इस बार मैं उनके साथ थोड़ा ज्यादा हो गया
पराक्रमी जनित ज्ञान इनके पास ऐसा ज्ञान नहीं आता है पराक्रम और ज्ञान का समाहार रहता है कर्म से योग ज्ञान प्राप्त करते हैं यह छोरी टिकल को कभी विश्वास नहीं करते हैं और जो बोलोगे जो करेंगे अनुभव सापेक्ष एक काम करेंगे प्रैक्टिकल रिसर्च करके उखाड़ के निकालकर उधार की ही काम करने वाले रहते हैं ठीक है मैं आपको एड्रेस दे रहा हूं डोंट ज्यादा समस्या है इस प्रकार का कंडीशन है तो आपके लिए जरूर हनुमान कवच का कब बनता है उसे हनुमान कवच स्टूडेंट के लिए और आपकी कुंडली में ऐसा कोई योग नहीं बनता है कि आपके पास नहीं होगा अच्छा ज्ञान नहीं है अच्छा नहीं है अच्छा पढ़ाई नहीं है सब है सब कुछ कर सकते हो और दूसरा यह है कि इसमें अगर पॉसिबल अगर आपको विश्वास नहीं करते पंजाबी हो मुझे नहीं पता
नेचुरल नेचुरल देखो यह आप आपके एक तो होता है नेचुरल झुका हुआ रोहित तो वह तो स्वीकार कर लेना चाहिए किसी किसी को कोई किसी को ऋतिक रोशन पसंद है तो अमिताभ बच्चन पसंद नहीं होगा किसी को पसंद है तो फिर की मकर राशि के लिए इंटरसिटी होते हैं भगवान उसका कोई मतलब नहीं है अगर अगर हो चुका है तो फिर भगवान या फिर मां काली का कोई महत्व नहीं बनता है रूद्र हनुमान जी को मानते हो तो
सोचो कि हनुमानजी को लेकर चलना चालू कर चुके हो तो और कुछ में विक्रम बेजार मत मारो और उसके बाद अगर जब जिंदगी में कोई सी चीज पर कैरियर के क्षेत्र में शादी के क्षेत्र में या किसी भी क्षेत्र में जो फल खाते हो और देखते हो कि इस समय नेचुरल एनर्जी में मैं गलत नहीं कर पा रहा हूं डेवलपमेंट नहीं कर पा रहा हूं तेरी और खा रहा हूं फिर ढूंढो कि तुम्हारे एनर्जी सोर्स कौन है इश्क है कुलदेवी है तो दे दी है कुंडली के अनुसार इष्ट देवी है यह कुछ नहीं है दिस इज द पॉजिटिव एनर्जी रिसोर्स जहां से आप अपने अंदर भुजाओं को रिसीव करोगे भरोगे स्टॉक करोगे आपके पास एनर्जी बेस्ट ऑप्शन का कोई भी नहीं है अगर आप गंड मूल नक्षत्र में जन्म हुए होते या आप कर्क राशि के होते हैं या मीन राशि के होते होते होते और गंड मूल नक्षत्र होता था कि वहां पर ऐसा नहीं है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है और ना
तुम्हे इच्छा नहीं लगना सब कुछ व्यवस्था होने के बावजूद पढ़ाई लिखाई लैपटॉप शोरूम ट्यूशन टीचर सब कुछ है बट आप के इंटरनल एनर्जी आपको सपोर्ट नहीं कर रहा है ब्रेन फंक्शन नहीं कर रहा है मैं सर जी ग्रुप में आकाश में जॉब मकर राशि के साथ सनी का युद्ध था और वो वो यूपी के कारण आपके मन में सा टॉनिक एनर्जी या ऐसे समझो जिसको 2020 योग बना और उसका रेसिपी वाले निजी स्टाफ हो गया आपके सिस्टम पर होता है यह एनर्जी और वहां से उधर नहीं पाए बाहर नहीं निकल पाए थे आप कुछ बच्चों के ऊपर हो रहा है और अभी नवरात्र में भी कुछ लोग आए थे यहां पर साधना करने उनके ऊपर भी उस प्रकार का हो रहा है
साइंटिफिक प्रोसेस के बाद किया जाए तो अभी आपको हिंदी में भी चाहिए क्लीनिंग भी चाहिए तभी जाकर इस प्रकार के कंडीशन से एजुकेशन सिस्टम के या जो भी वर्तमान समय में आपका शिक्षा और कैरियर बनाने का कंडीशन पर जो इतना 5 साल का व्यक्ति पर आ गए और बाकी लोग आगे बढ़ गया इस प्रकार का फोबिया और मेंटल कंडीशन पर पड़े हो उससे निकलने के लिए हिंदी में इंक्लिनिंग का बहुत आवश्यक है स्टूडेंट के लिए स्टूडेंट का प्रॉब्लम नहीं है