ज्योतिष विज्ञान एवं अध्यात्मिक के द्वारा जीवन में उन्नति प्राप्त कैसे करे
हमारे ब्लॉग का लक्ष्य ?
- ज्योतिष विज्ञान एवं अध्यात्म विज्ञान को लोगों तक पहुंचाना और उनका सर्व कल्याण करना यही हमारा वेबसाइट और ब्लॉग लिखने के पीछे और हास्य है l
- इस ब्लॉग के माध्यम से विश्व को अध्यात्म का ज्योतिष का और भिन्न भिन्न प्रकार का स्प्रिचुअल साइंस को लोगों तक पहुंचाना एवं प्रचार एवं प्रसार करना हमारा लक्ष्य है l
हमारी ब्लॉग का लक्ष्य है की ज्योतिष विज्ञान अध्यात्म विज्ञान और जितने भी हमारे भारत में अष्टादश, पुराण ,वेद ,वेदांत, उपनिषद से लेकर हर प्रकार के साधना पूजा-पाठ कर्मकांड से और जीवन विज्ञान में जो कुछ भी मनुष्य के आवश्यकता है l
उसके जीवन का उन्नति के लिए उसके गलती को सुधारने के लिए और अपने गलती को सुधार के अपने जीवन का परम उन्नति और परम उत्कर्ष और परम लक्ष्य को साधना और जीवन पर मुख्य मुक्ति का प्राप्ति करना यानी धर्म अर्थ काम मोक्ष का प्राप्ति करके वह जीवन में स्वयं का परम कल्याण कर सकें इसी महान लक्ष्य को लेकर यह वेबसाइट का निर्माण किया गया है|
इस ब्लॉग राइटिंग का अनीस यही है कि भारतीय शिक्षा संस्कृति धर्म को गंगा गीता गायत्री अध्यात्म और साधना सेवा सत्संग के साथ हमारे जीवन पर किस प्रकार प्रयोगात्मक अध्यात्मिक विकास हो सके हमारा यह ब्लॉग पोस्ट राइटिंग यह वेबसाइट का प्रथम धेय है|
जब जब मनुष्य जीवन में किसी भी प्रकार की समस्याएं सामना होता है तो व्यक्ति के जीवन में वह घूमता है और कल्ट विज्ञान की ओर गुप्त विज्ञान की ओर जीवन के रहस्य के और और जीवन का रहस्य को जॉब ढूंढना चालू करता है तो पहुंचता है आकर अध्यात्म विज्ञान के ऊपर और फिर उसके लिए उसका जीवन में खुद शुरू होता है साधु संत सन्यासी बाबा मवा कावा डाबा डाबा और वहां पर जाकर वह बनता है मूर्ख फूल गधा और लोग पैसा लूट लूट कर खाते हैं और उसको सही ज्ञान देने की जगह में गुमराह कर देते हैं और फिर वह माया के जाल और जन जाल में फंसने लगता है और सही स्थान पर पहुंच नहीं पाता है और जीवन का समस्याओं का समाधान उसके जीवन में कभी भी नहीं हो पाता है बल्कि और गुमराह होते-होते अंधे कुएं में गिरने लगता है और फिर कोई अघोरी के चक्कर में कोई तंत्र मंत्र यंत्र के चक्कर में कोई काला जादू के चक्कर में तो कोई और कोई तांत्रिक के चक्कर में या कोई और झूठे फरेब गुरु के चक्कर में और इसका परिणाम यह होता है उसका ज्योतिष एवं अध्यात्म में विश्वास खत्म हो जाता है l
इसका परिणाम जिसके जीवन में केवल और केवल आखरी में इन सारे भारतीय ज्योतिष विज्ञान एवं आध्यात्म के प्रति उसके अंदर द्वेष घृणा और उसके अंदर एक वितृष्णा बन जाता है जिसके कारण फिर वह उसके अंदर का जो इच्छा है इस मार्ग में आगे बढ़ने के लिए नहीं बढ़ पाता है और जब यह नहीं बढ़ पाता है क्योंकि कुंडली में अष्टम स्थान में जब तक कोई नहीं घुस सके या अष्टम स्थान जब तक एक्टिवेट नहीं कर सकेगा जब तक सफलतापूर्वक सही गुरु यानी उसका अगला घर नवम भाव गुरु का घर आध्यात्म भाव में जब तक प्रवेश नहीं कर सके , तो फिर वह नवम में जाकर अपने मोक्ष, मुक्ति और धर्म को प्राप्त नहीं कर सकता यानी अष्टम में ही क्योंकि गुप्त स्थान है और जिसका कुंडली में अष्टम स्थान पर पाप ग्रह बैठा है तो उसके जीवन भर उसको सही गुरु और सही मार्ग नहीं पाने के कारण जीवन में अपने मुख्य उद्देश्य अपरम उत्कर्ष एवं परम लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते हैं जिसके कारण बहुत से नौजवान हमारे युवा भाई जो आत्महत्या या दारु नशा की सहायता लेना पड़ रहा है क्योंकि जिस शांति और आनंद और मुक्ति की खोज में निकला था वह संसार में धोखा खाया चाहे वह लड़की से हो या संतान से हो यह नौकरी से हो जिस शांति और आनंद एवं मुक्ति की खोज में निकला था इस संसार में पग पग पर धोखा खाया जिसस अध्यात्म एवं ज्योतिष से भरोसा उठ जाते हैंl
ईश्वर और अध्यात्म की ओर जब भी कोई व्यक्ति लगा है तो उसे झूठे फरेब कालनेमि जैसे बाबा मिलेl दुर्भाग्य जरूर है अगर किसी को सही गुरु मिल भी जाए तो उस गुरु को झेल नहीं पाते हैं कि ऐसा गुरु बहुत ज्यादा क्रूर सनकी जैसे व्यवहार करने वाला l जैसे कृष्ण भगवान के गुरु ने कृष्ण भगवान को 3 दिन तक बाहर खड़ा कर दिए ऐसे ही और परशुराम जैसे गुरु जो अपने शिष्य करण को श्राप दे दिया l
इस प्रकार के गुरु ही जीवन मैं मिले तो फिर व्यक्ति जाए तो जाए कहां बस मार्ग जब कहीं नहीं मिलता तो हमारा वेबसाइट का लक्ष्य है आपके लिए एक दीपशिखा बनकर आपका मार्गदर्शन दें और आपके जीवन के जो परिवर्तन है जो गुप्त विद्या है जो गुप्त रहस्य है उसका जान सकें और अपने जीवन का परम कल्याण कर सकें और इसके लिए जो कुछ भी आधार है इस प्रकार की समस्त जानकारी हम अपनी वेबसाइट के माध्यम से आप लोगों तक पहुंचा सके यही हमारा लक्ष्य है l
वेद, वेदांत, अध्यात्म ,स्प्रिचुअल विज्ञान, अष्टादश पुराण, योग वशिष्ठ और प्राकृतिक चिकित्सा, पंचगव्य एक्यूप्रेशर ,सिद्ध विज्ञान ,अग्निहोत्र, ध्यान ,मेडिटेशन ,रिकी ,लामा ,फेरा , ज्योतिष विज्ञान ,एस्ट्रोलॉजी हस्तरेखा विज्ञान , कपाल विज्ञान से लेकर बाकी जो भी आने वाले समय में आपके समक्ष उन विद्याओं को रखे जाएंगे इस प्रकार इस यह मार्ग और जहां साधना ध्यान यज्ञ तपस्या पूजा-पाठ कर्मकांड हवन इत्यादि हेतु जरूर संपर्क करें आचार्य संजय जी l
आचार्य संजय पंडा
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