कभी भी इसका फलित मैं बता रहा हूं सुन लो मैं आपको ही नहीं कह रहा हूं आप अगर सुने होंगे जो गुरु दीक्षा का बारे में जो व्यास जी का पुत्र का नाम क्या हुआ का नाम क्या हुआ अच्छा ठीक है यह सभी सभी को ज्ञान दे रहे थे सभी ऋषि मुनियों को ज्ञान दे रहे थे और जिस जगह में बैठकर ज्ञान देते थे सुबह-सुबह देखते हैं कि वहां जिला है और गोबर से लिप हुआ है और फिर दूसरा दिन जाते हैं फिर देखते हैं कि वहां से गिला है तो पूछे कि आप इतने बड़े-बड़े ऋषि महर्षि महात्मा बाबा जटाधारी जाता झूठ भोलेनाथ के भक्त यह क्या करते हो मैं जहां बैठकर जी पिंडी में बैठकर प्रवचन करता हूं ज्ञान देता हूं इसको डेली कई जिला करते हो हमको जिला में बैठना पड़ता है तो सारे बोले कि देखो महाराज आप जहां बैठते हो और जो भी कथा करते हो ज्ञान तो ठीक है कान में गिरता है हम लोगों का लेकिन आप जहां बैठते हो उसका पांच हाथ दूर तक अपवित्र हो जाता है जिसके लिए हम लोग यहां से मिट्टी खोद के फेंक देते हैं फिर नया मिट्टी लाकर यहां डालते हैं चौंक गए एकदम चौक के फिर बोले क्या क्यों ऐसा करते हो बोला आपका कोई गुरु नहीं है और क्योंकि गुरु नहीं है तो आपके कोई भी क्रिया कर्मकांड पूजा पाठ कुछ भी काम देगा नहीं चाहे कितना भी रेमेडी कर लो कितना भी पूजा पाठ कर लो कितना दुर्गा अनुष्ठान कर लो शिव अनुष्ठान कर लो उसका कोई मूल्य नहीं रह गया और आपके गुरु बनाना चाहिए
सुनते ही सारे ऋषि मुनि जोरदार के भाग्य एक पिक्चर बैठा था बोला देख तेरा बाप से बात कर विकास देव अगर तेरे को बना ले शिष्यों तो व्यास के पास लौड़े बोल बेटा मेरे पास तो तेरे को ज्ञान देने का तेरे को गुरु बनने का औकात ही नहीं है फिर बोला मेरा गुरु कौन बोला चल जा वह क्या नाम है उसका राजा जनक देखते हैं कि जनक बाबा एक यज्ञ में बैठे हैं बाय मांगी में एक महिला को बैठा है उसके स्थान में हाथ रखे हैं बोले हम बाल ब्रह्मचारी मिला तुम्हारी हम ऐसे ऐसे कामुक व्यक्ति जो स्तन पकड़ कर बैठा है खुलेआम सबके सामने और हवन कर रहा है इसको क्या गुरु बनाएंगे तो वहां से फिर वह फंक्शन शुरू होता है ठीक है तो यह ऐसा
इतना अपना बहुत काम रहता है और आप पंडित जी हो महाराज हो और मेरा आपके चरण में निवेदन है कि आप जरूर पहले गुरु दीक्षा को फिर कोई भी कम करो मैं कहता हूं गुरु दीक्षा ले ही लो और समाधान हो जाएगा अब देखो ना और मैक्सिमम वीडियो में ही बात रहा होगा कि गुरु दीक्षा को गुरु दीक्षा को बिल गुरु के आजा में करो बिना गुरु के आगे आगे उपदेश में मत करो अगर आप ग्रहण का यज्ञ महाकाली का यज्ञ करते हो गुरु के आजा अनुसार गुरु दीक्षा लेकर करो तभी जाकर फलित होता नहीं तो यह गधे लोग गढ़ देंगे मोड़ देंगे उखाड़ देंगे उतार देंगे उखाड़ देंगे यह जितने भी बड़ी करते हैं और जिंदगी में फर्स्ट होते हैं फिर एस्ट्रोलॉजी को गाली देते हैं ज्योतिष खराब है एस्ट्रोलॉजी रिमेडी खराब है यह होता नहीं है यह सब झूठ है यह सब धोको साल है
एक पूजा नाम गणपति पूजन नहीं बोलेगा गुरु के बिना तुम्हारा कोई भी कार्य न कभी सिद्ध हुआ ना कभी सफल होगा ना कभी मुक्ति है और यहां तक बताया गया कि गुरु गोविंद दोनों खडे काके नाम पांव यह तो आपको पता होगा यह बढ़िया से अच्छा से तो इसलिए प्रभु है महाराज है पंडित हे प्रभु ही ब्रह्म देव मैं अगर कोई गलत बोल दिया हूं तो मुझे क्षमा करें लेकिन पहले गुरु दीक्षा को उसके बाद और जानते हो यह जो शंकराचार्य भगवान है ना यह तो जो खजूरी आज इसको छूट नहीं जिसके हाथ से पानी नहीं पीते उसको गुरु बने थे और स्वामी शिवानंद जी महाराज ऋषिकेश वाले
दूरियों का इसलिए महाराज आप सबसे पहले गुरु ढूंढो बाद में जाकर कोई काम का नहीं होगा आप अगर 12 दिन का भी जाकर वहां अनुष्ठान कर भी लोग मेरा बात सुनकर तो भी फिर रिजल्ट नहीं मिल सकता है मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं अनुरोध करता हूं आपको की प्लीज कोई भी देखो मैं उनमें से नहीं हूं कि हमारा लाल बाबा से करो हमारा गुरु से करो वह ऐसे वाले में कंपनी में नहीं मैं बोलता कोई भी ग्रस्त आदमी ग्रस्त गुरु करो बने सन्यास आदमी सन्यास गुरु करो बाल प्रसाद आदमी बन करो प्राणी प्रश्न भैया उनके चरण में लंबा-लंबा सो गए लंबा सा स्थान पानीपत बोलो प्रभु रक्षा करो बहुत हो गया अब दीक्षा दे दो अब मंत्र दे दो अब मेरे को शरण में ले लो यह भाव के साथ जाना है ना कि बताओ बेटा नहीं होना चाहिए हां देखी हंड्रेड परसेंट फायदा मिलेगा महाराज मकर राशि के इस समय धनिष्ठा में ही शनि बाबा मार्गी हो के आगे कर चलेंगे धन मिलेगा राहु तृतीय में आ रहे हैं फायदा मिलेगा आप बोलकर मिलेगा मिल-बिल के थकेगा मकरू को नहीं मिलेगा तो किसको मिलेगा सब कुछ रिकवरी होगा हंड्रेड परसेंट होगा एकदम गारंटी के साथ होगा लेकिन एक बात बताइए सर मिल