तो ऐसे दंडात्मक और कस्बा कष्ट तक पहुंच के खड़ा बड़े निर्णय लेने का वक्त आता है समय आता है तो उसे समय अच्छे-अच्छे लोग कुंडली में जब भी ऐसा ग्रह गोचर बनते हैं आपके लग्न की ऊपर आपकी राशि के ऊपर शत्रु बनकर बैठते हैं तो जिंदगी में ऐसा स्थिति आना एक स्वाभाविक विषय रहता है और ऐसी कंडीशन में हम अपने जीवन के प्रमुख निर्णय को लेने में नाकाम हो जाते हैं इस परिपेक्ष में व्यक्ति को क्या करना चाहिए जब जीवन में तीन समस्या एक साथ खड़े हो दूसरा इस प्रकार का स्थिति आम समय में तो अच्छा रहता है कोई प्रॉब्लम नहीं हम लोग क्रॉसओवर कर जाते हैं की तीन-तीन समस्या एक साथ आया चार-चार समस्या एक साथ आया पर हो जाते हैं या पता नहीं चलता है परंतु जब कभी भी शनि का साडेसाती का पीरियड हो जैसे वर्तमान समय में मकर राशि कुंभ राशि मीन राशि का स्थिति या फिर भैया कर्क राशि वृश्चिक राशि बनौती तुला राशि ऐसी कंडीशन में किसी भी भाव में अगर तीन ग्रह चार ग्रह पांच ग्रह बैठते हैं तो फिर टेंशन आता है और वह टेंशन वह केवल इसी विषय का की निर्णय हम कैसे लें और स्त्री ग्रह स्थिति में इसको राजयोग भी कहा गया और स्टीम ग्रहण के इनपुट आउटपुट को समझ सकें और कौन सा ग्रह हमारे लिए कारक है उसे ग्रह के दिशा में चलना चाहिए यह सहज उत्तर है लेकिन कर्तव्य कर्म के स्थिति में जो तीन ऐसी स्थिति खड़ा होता है और यह निर्णय लेना उसे समय यह सबसे बड़ा कठिनतम विषय रहता है और जीवन में हर एक व्यक्ति के ऐसी स्थिति आते हैं जहां निर्णय निर्णय है क्या करें क्या नहीं करें कौन श्रेया है कौन प्रिया है और जितने बड़े-बड़े आईएएस आईपीएस आईएफएस पोस्ट वाले रहते हैं या बड़े पुलिस एसपीडीजी इस प्रकार के व्यक्ति विशेष रहते हैं या कोई बड़े संगठन के मैनेजर या फिर कोई बड़े संगठन बड़े गो बड़े ऑफिस बड़े कंपनी का मैनेजर मलिक करंट का लोग रहते हैं आम आदमी सबके जीवन में किसी को जिंदगी में काम किसी की जिंदगी में ज्यादा इस प्रकार की तृषा की में फैसले और वही लोग जो इस समय एक सही निर्णय ले पाए उनका भाग्य और भविष्य बनता है वरना उनको गटर में गिरने का स्थिति बिल्ड अप हो जाता है तो क्या निर्णय कैसे निर्णय लें इसका सामान्य विषय निर्णय लेना ले पाना उसे समय कठिन हो जाता है जब शनि का साडेसाती सर पर बैठा हूं छाती में बैठा हूं पर में बैठा हो क्योंकि इस समय व्यक्ति का मन दुर्बल रहता है इस समय व्यक्ति का मन स्वयं में निर्णय लेने का क्षमता में नहीं रहता है और यही समय रहता है जहां गलत निर्णय भी हो जाते हैं और जीवन भर पछतावा करना पड़ता है ऐसे ही कई सारे केसेस में भी गलत दिनों मे कौन सा निर्णय हमारे लिए उत्तम और सही होगा और उसे कंडीशन पर देखना पड़ता है कि यह जो यक्ष प्रश्न आया है कौन से ग्रह का आया है तो उन तीन प्रश्नों को रखना पड़ता है एक तो प्राय प्रिया निर्णय किसको बोलते हैं कि जो सहज है जो सरल है जो कर पाएंगे उसको कर लेते हैं लेकिन हो सकता है यह गलत हो जाए लेकिन वर्तमान कठिन लग रहा है इस समय लेना मुश्किल है या उसको लेना मेरे लिए मेरे बस का बात नहीं है तो दिमाग में चश्मा का चलन लगता है दूसरा नेगेटिव सिनेरियो एंड सरकमस्टेंसस टेंशन ए सिनेरियो एंड सरकमस्टेंसस वाउल्ड ए प्रेशर का मन उधर नेट फोन कर रहा है उधर ऑफिसर फोन कर रहा है नीचे से और वर्कर फोन करना है और जो मांस है वह प्रेशर दे रहा है तो ऐसी कंडीशन में एक ऑफिसर एक लीडर एक नेतृत्व सही निर्णय को मैं स्थिर हो पाना बड़ा मुश्किल होता है तो सहज रास्ता क्या है अपने को मेरे लिए श्रेया क्या है और मेरे लिए प्रिया क्या है यह एक व्यक्तित्व विकास पर्सनालिटी डेवलपमेंट शिविर में लीडरशिप डेवलपमेंट सिगर में हम लोग अपने से विद्यार्थी को कैंपस वाले को बच्चों को यही लाकर रखते हैं एक ऐसा स्थिति में जाना तो इधर जा सकता है ना उधर जा सकता है और निर्णय तो आपको लेना ही पड़ेगा एस्ट्रोलॉजिकल पॉइंट ऑफ व्यू क्या कहता है इसके लिए और सोशल पॉइंट ऑफ व्यू क्या कहता है इसके लिए सर्वप्रथम मैं बता दिया कि पहले देखी कौन सा प्रश्न किस ग्रह से आया हुआ है कौन से इंसिडेंट किस ग्रह से उदाहरण देता हूं अभी मकर राशि के ऊपर शुक्र बुध और मंगल बैठे हैं अब जो मकर राशि वाला व्यक्ति विशेष होगा उसके अंदर तीन क्वेश्चंस आएंगे सबसे पहले आप देख लो की मकर राशि में बुध बैठा बुद्ध कौन भाग जाती पाती रोग रिपोर्ट प्रश्न रहेगा कि धर्म मार्ग में जाएं या ना जाए पूजा पाठ के मार्ग में जाएं या ना जाए प्रश्न आएंगे आपके मन में युद्ध कर रहा है पंचमढ़ीपति प्रेम प्यार एजुकेशन शिक्षा का मालिक करियर का मालिक मकर राशि में बैठा है अब मकर राशि के पास दूसरा ट्रायंगल का एक और बिंदु रहेगा करियर रिलेटेड प्रॉब्लम्स या फिर देखने की लव रिलेटेड एजुकेशन रिलेटेड संतान रिलेटेड या और भी उसके जितने सारे हैं साधना सिद्धि इसका अंतर्गत फुल फाइट मंगल भाई मंगल कॉल सुखाधिपति भूमि भवन वाहन का अधिपति एक तरफ लाभ अब ट्रायंगल चल रहा है इतना सारा जो मैं पॉइंट बात इस ट्रायंगल का अच्छे-अच्छे बिंदु और बना रहे हैं 6 पॉइंट अब इसमें निर्णय किधर जाना है और तीनों के तीनों आप आज के समय यक्ष प्रश्न के रूप में खड़े हैं और तीनों आपके लिए आवश्यक विषय हैं किसी को नहीं छोड़ा जा सकता है तो दूसरा रास्ता यह है कि बुद्ध जल्दी भाग जाएगा शनि के पास अनुष्ठान में तो वहां से तो मुक्ति मिल जाने वाला है तो क्या इस विषय को इग्नोर मारते हैं या फिर बात कर देना है यानी समय को गुजर जाने दो हम समय को पार कर दिए लेकिन इस समय जो वर्तमान स्थिति और परिपेक्ष में जो विषय बिंदु सामने खड़ा है उसके साथ तो हम न्याय नहीं कर पाए तीनों ग्रहों का स्थिति स्थिति क्या है क्या करें फिर देखिए कि आपकी कुंडली में मंगल का स्थिति क्या है शुक्र का स्थिति क्या है बुद्ध का स्थिति क्या है नक्षत्र फल के अनुसार कहां बैठे हैं और यह फ्यूचर में मुझे क्या देने वाले हैं और थोड़ा इसको डीपी चलेंगे अब थोड़ा सा देख लेते हैं पकड़ लो आपका अभी शनि के महादशा में शुक्र का अंतर खत्म हो गया है सूर्यकांत खत्म हो गया है बुद्ध आने के लिए बहुत टाइम है शुक्र आने के लिए अभी बुद्ध में शुक्र रहेगा 20 साल 10 साल बाद में आएगा लेकिन मंगल आने वाला है क्योंकि शुक्र खत्म हो गया सूर्य खत्म हो गया चंद्रमा चल रहा है मंगल डेढ़ साल के बाद आकर खड़ा रहेगा इस समय मेरा निर्णय क्योंकि मंगल को मुझे पेश करना है आने वाला समय में मंगल रिलेटेड प्रश्न का तरफ मुझे चलना चाहिए कभी आने वाला निकट समय में यानी 2 साल के बाद मंगल के साथ लॉजिकल पॉइंट ऑफ व्यू का प्रश्न और उत्तर है लेकिन वर्तमान स्थिति और द्वंद होगा जीवन में निर्णय क्या होना चाहिए किस प्रकार का निर्णय में मेरे लिए लाभप्रद होगा उसको देखना पड़ेगा लेकिन उसके ऊपर एक और विषय होगा कि इस समय मेरा उम्र क्या है क्या मैं इस टेंशन को झेल पाऊंगा क्या इस समय मेरे को इस निर्णय के लिए मेरे कैपेसिटी है और अगर नहीं है तो किसी एक को छोड़ना पड़ेगा या तो मिठाई खाना पड़ेगा या तो डायबिटीज में पढ़ना पड़ेगा मिठाई खाने मिलता है तो मिठाई छोड़ देना ठीक है लेकिन इस समय लोग और मन अनकंट्रोल्ड हो रहा है की मिठाई मुझे बुला रहा है या बुला रही है तीनों का तीनों लड्डू पॉकेट में नहीं जा सकता एक किसी को छोड़ना पड़ सकता है पड़ेगा नहीं कह रहा हूं जिसे छोड़ना है जी अपॉर्चुनिटी को छोड़ना है तीनों को अब वजन करके देखना है कि तीन में से किसको छोडूंगा तो ज्यादा नुकसान नहीं होगा चौथा एस्ट्रोलॉजिकल यह देखना पड़ेगा कि इस समय भारी किसके ऊपर कौन पड़ रहा है तो जो ज्यादा पावरफुल है मुझे उसे तरफ चलना पड़ेगा जो हमारे देश के राजनीति में आज हो रहा है चलो तो बुद्धिमत्ता में पालतू सिंह चला गया लेकिन वर्तमान स्थिति में टेंशन है यह एक अच्छे राजनीतिक का निर्णायक उत्तम निर्णय है लेकिन परिणाम उसको अभी बढ़ाने कि आज गलत है तभी जाकर एक उत्तम नेतृत्व का लीडरशिप हो सकता है जैसे आप सोचिए एक एसपी को कुंभ मेला में लाखों करोड़ों लोगों को मांस को मोब को हैंडल करना है और 1 मिनट में एक-एक निर्णय किसी के जीवन और मृत्यु का कारण बन सकता है जिसमें रहता है वही टॉप लीडर टॉप सक्सेसर बनता है और इसमें अगर आपको एस्ट्रोलॉजिकल नॉलेज थोड़ा सा है तो समझ जाना कि आप एक टॉप लीडरशिप में आ सकते हो जीवन के सफलतम स्थिति को सामना कर सकते हो और जीवन में लोगों के लिए और आपके लिए और आपके परिवार के लिए एक उत्तम निर्णय सफलतापूर्वक दे सकते हो अब इसके लिए और एक चिंता करते हैं आईपीएस एग्जामिनेशन विवेक को नहीं एक्सप्लोर कर पाए विवेक एक्सप्लोरर नहीं हो पाया विवेक एक्टिवेट नहीं है तो निर्णय कहां से लोग इमोशन से अगर निर्णय लिया लिख लो सांसारिक धरातल में करियर के धरातल में भारी पड़ेगा तो विवेक को जागृत करना हम लोग अपने शिविर में यही करते हैं विवेक जागृत कैसे हो उसके लिए क्या करना चाहिए विवेक के आधार पर इस समय मेरा आत्मा मुझे क्या निर्णय मैक्सिमम गलत होते हैं इसलिए किसी गुरु का धारण करना और गुरु के आधार पर जाना तो जीवन के ऐसे अंतर्द्वंद के प्रश्न का उत्तर कैसे निकले इसके लिए पहले एक डायरी बनाना इसमें कितना फायदा इसमें कितना फायदा इसमें कितना फायदा विवेक अनुमोदित यह क्या है यह क्या है यह क्या है यह क्या है यह क्या है तो समझ चाहिए आप इस तरह से तुरंत से सहजता से सरलता से बाहर निकलेंगे और एक अच्छा निर्णय अच्छा डिसीजन मेकिंग कर सकते हैं धन्यवाद नमस्कार