तुझे नया बच्चा जन्म होता है धरती में आता है उसे बच्चा का मुख्य संस्कार जो बोलते हैं नमक करना संस्कार एक बहुत बड़ा लंबा डिबेट में एक लंबा विषय है जिसको छेड़ना एक डेढ़ घंटा दो घंटा से काम नहीं होगा और जहां तक मैं समझता हूं ज्यादा मेरे ऑडियंस को एक घंटा वीडियो के लिए मुझे बार-बार मना किया तो मैं आजकल छोटा ही देने के लिए कोशिश कर रहा हूं तो शॉर्टकट में मैं बता देना चाहता हूं संस्कार ऐसे ही हमारे ज्योतिषीय परंपरा क्लासिकल टेक्स्ट के अनुसार सबसे बड़ा और सबसे इंपॉर्टेंट और सबसे ज्यादा आवश्यक एक संस्कार है जिसका नाम है नामकरण संस्कार और यह संस्कार जब बिगड़ता है तो याद रखना बच्चा का जिंदगी हर दिन के लिए बिगड़ा है
आप जितने सारे बच्चों का नाम विदेशी पश्चिमी सभ्यता संस्कृति के अनुकरण के साथ नाम दिए हो उसका परिणाम व्यक्ति के जीवन में क्या आ रहा है नगर डी ब्लॉक में मेरे यजमान है और रंग बबलू डब्लू बबलू डब्लू बबलू नहीं लेना चाहता हूं कई सारे दुर्घटनाओं को लेकर आया हूं नक्षत्र के अनुसार
सही नामकरण उसका कराया तो मात्र 50 100 दिन के अंदर उसके लाइफ में चेंज आना चालू हो गया मैं घर वालों को उसके दोस्तों को बाकी लोगों को भी रिक्वेस्ट किया कि इसको इस नाम पर बुलाए नाम के लिए गलत काम कराया था उसे नाम के पीछे वह बोलेगा नहीं मैं उसके लिए अलग विधानसभा
अलग विधानसभा लेते हैं हर करना जरूरी रहता है लंबा-लंबा गिरते हैं तब जाकर ऐसे कुछ निर्णय लिया जाता है तो चलिए जो कोई भी जिंदगी में आता है पनौती लोग आते हैं अशोक लोग आते हैं नुकसान करने वाले आते हैं खेती करने वाले आते हैं या आपके लिए जिंदगी का समस्या लेने वाले आते हैं तो आप बच्चा पैदा कैसे कर लोगे जिसे कह रहा हूं उनके वजह से आपको कष्ट किया आपकी वजह से उसे कष्ट और बाय मिस्टेक अगर गंड मूल से जन्म हुआ या जो जन्म हुई हुआ है वह खुद से शनि साडेसाती या दैया में ही जन्म हो गया है तो ले लो खेल पकड़ लो अभी कोई वृश्चिक में जन्म हो गया लग्न राशि में जन्म हो गया और जन्म से भैया हो गया इस प्रकार और अगर उसका नक्षत्र शांति नहीं करते हो वरना मूल शांति नहीं करते हो तो समझ लेना की बात के लिए नहीं तो मां के लिए नहीं तो दादा के लिए नहीं तो दादी के लिए नहीं तो नाना के लिए नहीं तो नानी के लिए नहीं तो परिवार के लिए नहीं तो पड़ोसी के लिए बहुत सारे समस्याओं को बिल्ड अप करने वाला रहेगा और खुद दुखी दूसरे को दुखी करने वाला रहेगा या फिर धन हानि प्राण पीड मान सम्मान कहानी करेगा तो इस समय अगर सही से लग्न राशि नहीं दिखेगी बच्चा पैदा करना चाहिए यह बड़ा क्रिटिकल और बड़ा पाथेटिक पार्ट रहता है कुंडली में हम लोग करते हैं और करते हैं तो फिर बड़े सारे टाइम लेकर करते हैं ध्यानपूर्वक करते हैं क्योंकि एग्जैक्ट हिसाब करेंगे किस दिन किस राशि किस चंद्रमा में कहां जन्म होगा 9 महीना के बाद इसका जन्म में कौन से राशि नक्षत्र भोग होता रहेगा और फिर अगर कोई दिक्कत आएगी या नहीं और दिक्कत आएगी तो किस दिन जन्म होगा प्रीमेच्योर बेबी होगा तो किस दिन किस प्रकार निकालना पड़ता है की देखो बच्चा पैदा करना बुरा बात नहीं है लेकिन साडेसाती के दौरान जितने सारे लोगों के जिंदगी में बच्चे पैदा हुए हैं थोड़ा उनका कुंडली चेक करके देख लो
और इसका शुद्धिकरण नहीं कराया जाता है ना चित्र शुद्ध नहीं मैं देखो इस वीडियो को क्यों बनाया यह जिनके प्रेरणा से बना रहा हूं वह बेचारा पंडित है और छोटे-मोटे जगह का नहीं बहुत बड़ी जगह का पंडित है नाम लेना नहीं चाहता हूं आप लोग उसके साथ वीडियो भी कोई देखे होंगे जरूर ज्योतिष का घर का बच्चा है और मेरा प्रिय भी है मैं किसी को शिष्य मानता नहीं हूं और गुरु में मां अपने को बोलना नहीं मैं मेरा मित्र समझ लीजिए आप लेकिन
पंडित यह सबसे बड़ा समस्या और नामकरण हो गया मेरे प्यारे महात्मा लोग ऐसे नामकरण नहीं होता है यार नामकरण संस्कार तू आगे नियर अबाउट संस्कार के आसपास का काम है नियर अबाउट 6 से 7 घंटा मिनिमम लगता है एक नामकरण संस्कार के लिए आल की दो-तीन नाम लिख दिए नहीं बैठा हूं आजकल सारे वीडियो छोटा ही बनाने का कोशिश है लेकिन फिर भी लंबा हो जाता है क्या करें लंबा बात छोटे में बता दो अच्छा बात है आपका भी टाइम बचा है मेरा भी टाइम बचा है तो सबसे पहले नामकरण संस्कार देखो कई मैथर्ड हैं जरूर कंपनी वालों का है ना तो फिर नहीं आना चाहिए
अभी नामकरण संस्कार बच्चा का करते हैं तो सबसे पहले ठीक है आपके लोकल मेथड में जो करना चाहिए आपके कूड़ाचा लुक कर स्थानीय स्थिति के अनुसार और चलो आप अभी कोई अमेरिका में हो ब्राह्मण नहीं मिलता है निवास को छोड़ दिए हो उसके लिए भी चलो आपका दंड आप समझो छूट तो नहीं होता है और थोड़ा बहुत मानने वाले हो थोड़ा बहुत संस्कार समझने वाले हो गया सब कुछ हो जाता है सब कुछ मिल जाता है इसके पीछे कभी दो-तीन घंटा का विचार करेंगे नामकरण कैसे होना चाहिए क्या होना चाहिए और गलत नाम से कैसे जिंदगी में भयंकर असर पड़ता है ताकि वह बच्चा इसका जिंदगी बर्बाद करके रख देता है आगे चलते हैं विषय बिंदु पर थोड़ा सा फोकस करते हुए देखी जब नामकरण संस्कार करते हो घाट पूजा आमंत्रण गंडमूल है तो उसका एक अलग विधान रहता है तो उसका एक अलग विधान रहता है वह बड़ा है कि आप कोई भी कार्य शांति भी करते हैं ना तो कोई ना कोई देवी देवता या ईस्ट देवी ईष्ट देवता कुलदेवी कुलदेवता है तो वह तो ठीक है
नक्षत्र मंडल का निर्माण कुंडली एक नंबर जो कुंडली है उसका कितना बनाते हो उसकी पूजा कितना हुआ जाएगा और 12 राशि द्वादश राशि विभव इत्यादि पूजा वहां पर आमंत्रण और पूजा करके फिर उन ग्रहों के लिए इस समय प्रार्थना के लिए चिरंजीव इत्यादि इस प्रकार के नामकरण संस्कार में अलग-अलग मंडल काट के साष्टि मंडल सस्ती दिव्य शक्ति देवी हम लोग किधर बोलते हैं तो बच्चों का मालकिन है बच्चों का सुरक्षा के लिए उसकी पूज शंकर आदित्य दिखा करके फिर नीचे का एक मंडल रहेगा जहां पर यह ग्रह मंडल इत्यादि रहेगा इन सबके प्रसेंस के बाद पांच ज्योतिष आचार्य या पंडित यहां इन सारे पूजन को करने के बाद फिर तीन मंडल अलग रहेगा और इधर-उधर हुआ क्योंकि सारे बच्चे जन्म तो पितरों के आशीर्वाद से होते हैं तो उनके लिए कारण उनके लिए स्पेशल करना पड़ता है फिर उनके लिए छोटा सा जैसे हम लोग अलग-अलग करते हैं उसे प्रकार का उनके लिए स्थान में कोई कोई तीन स्थान में चावल दाल रोटी पितरों के नाम पर इतना सब होने के बाद नामकरण संस्कार किया जाए मैं इसके लिए कई सारे पंडितों के साथ समझाया बुझाया कुछ लोग नहीं समझे तो दिया कोष्काश के पंडितों को
मैं इसके लिए कई सारे पंडितों के साथ समझाया बुझाया कुछ लोग नहीं समझे तो दिया कोष्काश के पंडितों को पंडित को कैसे होता है क्या नामकरण संस्कार तो फिर वह उसको मैं समझाया और हमारे जो क्लासिकल टेक्स्ट है नामकरण संस्कार का देखो भारतीय जो हमारे पद्धति यह है और यह जो चोटी वाला कंपनी है और उसको समझ में आया तो हम लोग कभी किया नहीं आया संस्कार में आपको इतना खर्चा नहीं करना है कथा करके नाम रख देना है आइस क्रीम चॉकलेट मिक्सर बिस्किट और जितना कचरा मिला के लोगों को भर देंगे टैटू को बुलाएंगे और बाद सारा नोटिस पंडित को बुलाकर पूजा पाठ यज्ञ हवन के लिए इतना खर्चा टाइम भी नहीं है फिर बाद में लड़का लड़की शादी टूटे मेरा बाप का किया गया समझ रहे हो मैं आम आप लोगों को तहे दिल से अनुरोध करके बता देना चाहता हूं कि जो 21 में करते हैं या नामकरण संस्कार करते हैं जताकर्म संस्कार करते हैं यह सारे 16 संस्कार हमारे भारतीयों परंपरा में सबसे प्रमुख फास्ट इंपॉर्टेंट संस्कार है उसके बाद में बताऊंगा एनर्जी सही मेंटेन होकर मैं होता है किसको नाग वेदना है किसको कान भेजना है
उधर गायन करते हैं सबके कान में कुंडल रहेगा वह कुंडल मिलता है गुरु से हम लोगों को वह कुंडल धारण करते हैं तो फिर आवश्यक नहीं रहता है रख देते हैं हिंदू सनातन संस्कृति को मान्यता रखते हैं इस विषय बिंदु के संस्कार पद्धति का अच्छा पुस्तक है 16 संस्कार उसको लाकर अध्ययन करें समझें और खुद भी कर सकते हैं कोई बात नहीं अब दूसरा प्रश्न आता है कि संस्कार क्यों करेंगे यह नहीं करने से नहीं होता क्या सोचता 16 संस्कार का आवश्यकता क्यों है देखो भाई लोग एक इंपॉर्टेंट पार्ट संस्कार शब्द के बारे में मैं प्रवचन करने बैठ जाऊंगा तो चार-पांच दिन तो काम लग जाएगा खाली एक ही शब्द संस्कार संस्कृति में उधर नहीं जा रहा हूं पगलाओगे ऐसे भी लंबा वीडियो संस्कार खेती में कृषक बोलता है कृषि विज्ञान में बताया जाता है सेट कंजर्वेशन करेंगे तो वह बीच से अगला बार रिप्रोडक्शन 10 गुना ज्यादा होगा और अगर ऐसे बी लगा दिए तो पेड़ बीमा पडेगा 10 खुद बीमार पड़ेगा 10 को बीमार डालेगा तो पुरुष जब गर्भाधान संस्कार करता है तो बी संरक्षण यानी जो योनि में बी डालेगा उसके लिए भी विधान है अब वह आपको बोलना बेकार बात है वह सब कौन करता है बोलोगे गर्भाधान संस्कार कौन करेगा जातिकरण कौन करेगा नामकरण कौन करेगा इस प्रकार के संस्कार जो 16 संस्कार बताया गया है थोड़ा कारण से इत्यादि इत्यादि चलो कुछ मत करो नामकरण संस्कार को अच्छा से कर देना जनेऊ कान बेदी को अच्छा से कर देना विवाह वाला बहुत जरूरी है तो इसमें नामकरण संस्कार का महत्व सबसे ज्यादा मानता दिया गया है इसके ऊपर अगर प्रश्न होंगे कैसे आप एक बच्चा का सही नामकरण संस्कार उत्तम रूप में कर सको उसका कल्याण हो मंगल हो उन्नति हो विकास हो उत्तर उत्तर कम विकास हो अगला पीढ़ी आपका मजबूत होकर निकले नहीं तो अगला वीडियो बच्चा जन्म किया शुक्र डैमेज था यार बचा हुआ ही नहीं खानदान ग्रुप किया ऐसे बच्चा जन्म किया कि खुद अगला जन्म बच्चा पैदा कर ही नहीं सकता डैमेज था क्यों क्योंकि संस्करण पूर्ण कार्य को नहीं किया देखना साइड में रहता है जी भिखारी को भिखारी और नीचे गिर गया बीजों को संस्कार नहीं किए थे आपके बच्चों को संस्कार नहीं किए थे भगवान जन्म दे दिए संस्कार नहीं किया विकास नहीं होगा उन्नति नहीं होगा जैसे को पैसा पड़ा रहेगा या फिर स घाटी सेल्फ डिस्ट्रक्शन जैसे समझना चाहिए था समझाया आशा करता हूं समझे होंगे नहीं समझे तो इसके ऊपर फिर विशाल और विचार विराट देखेंगे की वीडियो में अगर आपको लगा कि यह विषय इंपॉर्टेंट है इसके बारे में बात करेंगे धन्यवाद