ध्यान मेडिटेशन एकाग्रता कंसंट्रेशन मोनिका शांत मनका कंट्रोल मानसिक शांति

क्यों ध्यान करेंगे ध्यान करने से क्या फायदा है ध्यान ना करें तो क्या फायदा है और यह ध्यान का आवश्यकता आज के डेट में क्या है क्यों है किसके लिए ध्यान है और ध्यान का पराकाष्ठा क्या है ध्यान नहीं करने से कोई नुकसान हो जाएगा क्या फिर ध्यान क्यों और यह जो ध्यान ध्यान हम बोलते हैं एक्चुअली ध्यान क्या है प्लास्टिक और ध्यान जिससे हम लोग को आज की डेट में हम लोग समझते हैं क्या वही ध्यान है और वह ध्यान जिससे आज का समाज ध्यान बोलकर समझ रहे हैं उसको उस से क्या फायदा है और ऐसा ध्यान जिस ध्यान का कोई बहुमूल्य था हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में क्या है क्या ध्यान करने से जीवन में कुछ होने वाला है इसमें आर्थिक तो सबसे पहले इसे हमें समझना पड़ेगा और जब तक हम नहीं समझते हैं तो फिर जिंदगी बेकार है बर्बाद है और समझ लो बीमार है तो यह समझना बहुत बहुत जरूरी है क्यों ध्यान करें और जान से क्या फायदा मिलने वाला है तो सबसे पहला आज वर्तमान के परिस्थिति में

सबसे बड़ा समस्या समय में बेचारे आधा पागल है या समझ लो पूरा पागल है 5 मिनट बिना मोबाइल व्हाट्सएप फेसबुक या मोबाइल को ऐसा ऐसा नहीं करके नहीं रह सकते एक जगह में 5 मिनट बैठो बोलना मतलब सबसे बड़ा आजम दंड है आप लोग भी यहां मेडिटेशन में बैठे मैं भी बैठा इतने देर का मेडिटेशन में आप लोग कितना बार ही ले कितना बार पैर हिला कितना बार हाथ हिला कितना बार सीधा किए कितना बर गर्दन हिलाई कितना बार एंथम हुआ एक जगह में हम लोग 5 मिनट भी सही से बैठ नहीं सकते मन को मन अशांत शरीर अशांत मन दुर्बल शरीर दुर्बल मन का परिस्थिति और शरीर का परिस्थिति मन सदा नहीं है शरीर सदा नहीं है मन भी बेवकूफ शरीर भी बेवकूफ मन दुर्बल शरीर दुर्बल ऐसा एक दुर्बलता ऐसा एक दुर्बल मानसिकता का व्यक्ति विशेष उससे कोई महानतम काम करने का या उससे कोई महानतम रिजल्ट पाने का आशा किया जा सकता है क्या क्या ऐसा व्यक्ति विशेष अपना कल्याण विश्व का कल्याण अपने परिवार का कल्याण अपने समाज का कल्याण अपने वंश का कल्याण कर सकता है क्या और इससे ऐसे व्यक्ति विशेष से ऐसे युवाओं से कुछ ऐसा किया जा सकता है और हमारा युवा वर्ग आज जो व्यक्ति मस्त है मस्त है मस्त है मस्त है ऐसे युवाओं को जो कई प्रकार के गलत एडिक्शन में पड़ा हुआ है ऐसे बच्चों को ऐसे युवाओं को ऐसे टीनएजर को हम लोग किसी भी कीमत में सही ट्रक पर सही मार्ग पर ला सकते हैं क्या आज इतने सारे युवा वर्ग हैं जो कोई नहीं मैं एडिक्टेड है कोई सिगरेट में ऐड है कोई ब्राउन शुगर

कई प्रकार के दर्शन और दुराचार में व्यस्त है एक प्रकार के पागलपन एक प्रकार के अशांति एक प्रकार के दुर्गुणों से परिपूर्ण तो ऐसे यू माय और पंजाब में चले जाओ तो हल्ला चल रहा है भयंकर ड्रॉप्स का दारु नशा ब्राउन शुगर कि क्यों ले रहा है ऐसे बच्चे आज का युवा बड़े-बड़े सपना देखते हैं कि इंटरनेशनल क्रिकेटर बन जाएंगे आईआईटी बन जाएंगे देश में दम नहीं हम किसी से कम नहीं वह व्यक्ति जो यह नहीं जानता सही से कि उसे क्या करना है वह ऐसे ऐसे सपनों को कभी परिपूर्ण कर सकता है क्या हमारे कुंडली में है या नहीं कुंडली में हो भी तो क्या उखाड़ लोगे बहुत सारे लोगों का कुंडली में बहुत प्रकार के बड़े-बड़े राजयोग हैं तो क्या उनको मिल जाता है और अगर मिल भी जाए तो कहां तक मिल जाएगा और यह आशा करना कि कब तक हमें मिलेगा गुरुजी कब तक हमारा हम हमको पैसा मिल जाएगा कब तक हमारा लबरी मिल जाएगा कब तक हम को नौकरी मिल जाएगा कब तक हमको लोकल वाला जो पार्टी है उसे हम अच्छा से ब्लैकमेल करके लूट सके फिर अमेरिका वाला आएगा तो उसे लूट सके तो यह जो भी जीवन के मानसिकता हैं इनकम बिना मेहनत का इनकम लूट का इनकम आराम हराम का इनकम जिसमें हमें मेहनत करना नहीं पढ़े और घर बैठे आराम से मिल जाए इस प्रकार का जो मानसिकता है इस मानसिकता से हम लोग भर सकते हैं क्या जो आज एक हर एक टीनएजर एक जुबा के पास समस्या है उसके पास कोई समाधान है क्या और अगर वह समाधान है तो वह क्या है क्या मेडिटेशन से ऐसे समस्याओं का समाधान हो सकता है एक बच्चा एक किताब पढ़ते पढ़ते आता एक पेज पड़ा कि नहीं भूल गया फिर ऊपर से पढ़ना पढ़ रहे हैं थोड़ा देर भी शांत एक जगह में फोकस्ड कंसंट्रेट एडिटेड नहीं है तो फिर क्या करना चाहिए यह सबसे बड़ा एक्सप्रेस अब आते हैं

समाधान क्या है मन का और ऐसे मन को कैसे साफ रखें नियम को पालन करके हम अपने जीवन का परम कल्याण कर सकते हैं ऐसा कोई सरल सहज उपाय जिसके माध्यम से जीवन का परम तत्व को पाया जा सकता तो क्या पद्धतियां है और किन किन नियम को पालन करना चाहिए इतना चीज़ बेसिक है मेडिटेशन का एडवांस तो बहुत higher-level है गूंगा का गुण है शब्दों से इसे नहीं समझाया जा सकता मेडिटेशन ही एक विषय है जिससे शब्दों के माध्यम से किसी को समझाना परम बुड़बक की है परम गधा बनती है भगवा बनती है तो मेडिटेशन को कैसे शब्दों में समझाया जा सकते हैं जिस मेडिटेशन को समझाते समझाते

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