रवि पुष्य नक्षत्र में रवि पुष्य नक्षत्र में धन प्राप्ति नौकरी के लिए नौकरी का बचाने के लिए मकर कुंभ मीन बेलगच का जड़ अर्थ का जड़ का संग्रह

अभी जैसे कि आप सब हम जानते हैं कि एक प्रकार का विपरीत स्थिति प्रतिकूल परिस्थिति आकाश में बनने जा रहा है एक तरफ वायु तत्व राशि में तीन अग्नि कारक ग्रह और एक तरफ अग्नि कर्क राशि में गुरु बृहस्पति और राहु जो अग्नि को और ज्यादा बूस्ट करेंगे और एक तरफ वायु में अग्नि का मकर राशि के इस समय दशम स्थान करियर के क्षेत्र में मान सम्मान के क्षेत्र में नौकरी के क्षेत्र में तीन-तीन शायरी प्लेनेट चतुर ग्रह को इत्यादि बना और इस कंडीशन में ढेर सारे समस्याएं बिल्ड अप होंगे ऐसे दिखाई दे रहे हैं एक सावधानी पूर्ण का समय का यह स्थिति है जहां अग्नि समस्या कर कब है भूमि भवन वाहन के स्थान में और साथ में कटने फटने का स्थान और कई सारे मकर वालों को आप हाथ इत्यादि में चोट लगा मकर लग्न मकर राशि कहीं कावड़ में फस जाए कहीं छुरी लग जाए कहीं हाथ में कट जाए इसका मंत्र बढ़ाना जीव जंतुओं का द्वारा कष्ट पाना या कट जाना या काट लेना इसका भी संभावना और मीन के लिए किसी का पत्नी किसी और के साथ भाग जाना जैसे समस्या

अभी थोड़ा सा भाई है जैसे आज एक महात्मा कुंडली देख रहा था पॉलिटिक्स और कूटनीति करके उनको नौकरी से निकाल दिया गया मकर राशि के हैं इस प्रकार का इफेक्ट ऑलरेडी पढ़ना चालू हो गया है और आने वाला 17 के बाद सूर्य चलेंगे फिर उसी अष्टम अधिपति दशम में तो दशम के लिए तो हानिकारक ऐसी कंडीशन में अपना नौकरी बचाने हेतु क्या करना चाहिए दूसरा यह की इस समय यह जो नेगेटिव स्थिति दिखाई दे रहा है और सब कोई भयभीत है इसके लिए तो उनके लिए और मुख्यतः जो लोग अभी भी धन के स्थिति के साथ जूझ रहे हैं लड़ रहे हैं धन नहीं आ पा रहा है रोजगार में कमी हो रहा है रन इत्यादि में फंसे पड़े हैं उनके लिए चलो आगे चलकर तो एक बड़ा रेमेडी का बातचीत चल रहा है उसको डिस्क्लोज करने के लिए लेकिन अभी तक आदेश नहीं मिला गुरु का जो बड़े विधान रहेगा लेकिन अभी इस समय और आने वाला समय तक अगर इस समय आपका शनि का महादशा चल रहा हो तो ऐसी कंडीशन में एक बड़ा ऑपच्यरुनिटीज भी समय आ रहा है जबकि चारों तरफ ग्रहण का स्थिति प्रतिकूल है तो वह क्या ऑपच्यरुनिटीज है देखिए कल पुनर्वसु शनि है और परसों रवि पुष्य

मैं बता दूं कि रवि पुष्य अपने आप में एक बहुत बड़ा योग है और इस बार शायद इस साल का आखिरी कभी खुशियों होगा अगला शनि अमावस्या पितृ अमावस्या में भी आ रहा है यह दो योग है लेकिन उससे नहीं आ रहा है रवि पुष्य नेचुरल या आप जानते हैं तांत्रिक और एस्ट्रोलॉजी तंत्र एस्ट्रोलॉजी में बहुत बड़ा रोल निभाता है अगर आपके आसपास बिंदु गज है मेरे आज्ञा अनुसार नहीं मैं करिए बोलकर नहीं कर रहा हूं मेरे पास जो टेक्नोलॉजी है आईडिया है अनुभव है आपके साथ शेयर कर रहा हूं मेरे आदेश से नहीं करना मैं मना कर रहा हूं अपने गुरु आदेश से या अपने गुरु नहीं है तो अपने माता-पिता के आदेश से अपने जो भी घर में बड़े हैं उनके आदेश से उनके आज्ञा अनुसार या फिर आपके गुरु दीक्षा लिए हो तो उनके आगे अनुसार क्या करोगे पेड़ को बिना हानि पहुंचा कल शनिवार को शाम का समय पूजन करना है सिंदूर धूप दीप चंदन एग्रो इत्यादि देकर पूजन करना भोग लगाना मन बना दुर्गा के मंत्र हो जानते हो तो उसी नाम पर और नहीं कोई बात नहीं बिल्लियों का लक्ष्मी का भी पेड़ है मां मां दुर्गा का भी पेड़ है बिल्लू भरण होता है दुर्गा में बिलवाड़ी भाषा इत्यादि हम लोग करते हैं जब नवरात्र करते हैं और सूरज जिसका डैमेज रहता है कुंडली में सूरज जैसे स्थिति को ठीक करने के लिए और अभी आकाश में सूरज डैमेज होने के लिए भी जा रहे हैं 17 तारीख के बाद बात तो ऐसी कंडीशन पर मुख्यतः मकरू वाले अपना नौकरी बचाने के लिए और यही स्थिति आने वाला समय में कुंभ राशि

दृष्टि गड़बड़ी इत्यादि ऑलरेडी दे दिया हूं रिपीट नहीं कर रहा हूं उनके लिए भी अभी आवश्यकता रहेगी और मीन को भी और ज्यादा आवश्यकता रहने वाला रहेगा क्योंकि यहां मंगल का और सूर्य का भी आने वाला समय में शुक्र का भी गोचर प्लेट है लेकिन होने वाला है साडेसाती चल रहा है और इस कंडीशन पर यह बिंदु गज का जड़ अगर आपके आसपास है वह बिल्लूगंज पेड़ के पूर्व दिशा का होना चाहिए यह आपकी उंगली से आधा मोटा का बिल वजन को संग्रह करेंगे पहली रात को पूजा करेंगे प्रार्थना करेंगे आमंत्रण करेंगे उसके बाद लेकर आएंगे पंचामृत में शोध करेंगे साफ करेंगे गंगाजल की में उसको साधना सुख शुद्ध करेंगे उसकी मां दुर्गा मंत्र में पूजन करेंगे और जो उनके पास हवन विधान है हवन कर लेना नहीं आपके आसपास कहीं पर सूर्य मंदिर होगा तो सूर्य मंदिर ले सकते हो नहीं तो सूर्य भगवान को डायरेक्ट आज्ञा दी देकर उनको प्रदर्शित करके धूप दीप अगरबत्ती इत्यादि करने के उपरांत आपके घर के देवता ठाकुर के पास रख सकते हो या फिर अगर मैं जैसे पहले से बोला हूं सूर्य यंत्र लाकर इस समय रखना चाहिए तो सूर्य यंत्र के पास उसकी 24 घंटा रखना और हवन है तो 108 आहुति सूर्य भगवान के मंत्र में या फिर मां लक्ष्मी के मंत्र में इसको अभी करना है ग्रहण में यह रिचार्ज करना है और इसी रवि पुष्य के रात्रि 2:00 तक यह रहेगा संध्याकाल स्वयं कल में शनि के जो संध्या काल रहता है उसमें इसको लाल धागा में दाहिना हाथ में पुरुष के लिए बांध के रखना हमारे नारियों के लिए बाएं हाथ में धारण करना है फिर जिनको नौकरी का समस्या है बॉस के ऊपर बस जिम का बस आपके ऊपर ओवर पावर करता हूं या इस प्रकार के कई समस्याएं हैं जिनसे आपको निजात मिल सकता है और यह चमत्कार धन प्राप्ति योग के लिए भी रहता है और जिसके कुंडली में सूर्य डैमेज है उनके लिए कारगर रहता है बिलों के साथ-साथ अगर संभव हो तो अर्थ धतूरा अर्क वाला फूल होता है इतना बड़ा-बड़ा शिव मंदिर में चढ़ाए जाते हैं पत्ता तोड़ने से दूध निकलता है कोलकाता वाले गंगा जी के किनारे किनारे बहुत हैं यह मयूर घाट के साइड में गया हूं उधर बहुत सारे हैं और सफेद अकवन सफेद अर्क जिसमें गणेश निकलता है जड़ से उसकी जड़ यह दोनों चीज अगर ताबीज में भर सकते हैं हाथ में धारण कर सकते हैं अगर धारण करने का इच्छा नहीं है ठाकुर जी के पास रखकर अभी आने वाला डेढ़ साल तक और शनि का महादशा है तो जितना साल बाकी है उतना साल तक आपको यह हंड्रेड परसेंट लक्ष्मी योग में धन प्राप्ति में करियर के क्षेत्र में मान-सम्मान के क्षेत्र में इस शनि साडेसाती के दौरान कुंभ मकर मीन के लिए और शनि महादशा में बाकी जो भी प्रेरित है प्लस कर्क राशि और वृश्चिक जो वृश्चिक का सबसे ज्यादा आने वाला समय में चले जा रहा है उनके लिए सुपर कारगर रहेगा

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