सूर्य का गोचर शनि साडेसाती के समय में कुंभ राशि में और परिणाम साधे साडेसाती मकर कुंभ मीन

परिणाम इस समय जन्म चंद्र के ऊपर सूर्य का घमंड यहां पर आना कई सारे यात्राओं को देगा विदेशी गांव में यात्रा भोगी चलस्य कप प्रिया जाना भोग करने का इच्छा और प्रवृत्ति बढ़ेगा कल आप प्रिया बिना मतलब का क्रोध और झगड़ा इत्यादि मन मे राशि वाले इस समय एक डाउन डैमेज मन मेंटालिटी में आएंगे पड़े रहने का इच्छा होगा उठने का इच्छा नहीं होगा काम करने का इच्छा नहीं होगा क्योंकि शनि यहां पर अस्त हो रहे हैं और ऐसे ही बीमारी मकर वालों को भी होगा आलस्यता प्रोक्रेस्टिनेशन काम नहीं करने का प्रवृत्ति पड़े रहने का प्रवृत्ति शक्तिहीनता का प्रवृत्ति रुचि नहीं होने का प्रवृत्ति इच्छा नहीं होने का प्रवृत्ति सोचिए कि आपका बढ़िया बोले कि चलो दवा होगा मैं खाकर आते हैं आप बोलोगे नहीं रहने दो जो है दे दो खा लेते हैं पड़े रहते हैं व्यायाम करने एक्सरसाइज करने का मानसिकता में कमी फिटनेस मेंटालिटी नहीं रहना एक प्रकार का विषम्या भाव कभी का भार फिर कभी कभार थोड़ा सा जागृत बना आएगा कभी-कभी सोए रहने का पड़े रहने का कभी-कभी उसके जागृत होने का भाव बना रहेगा मानसिक लेवल पर सबसे ज्यादा परेशानी और प्रभाव इस समय इस शनि अस्त के में बढ़ेगा आप बोलोगे या कैसे बढ़ जाएगा शानी सदेसाती लगता है और शनि इस समय इस कंडीशन में अस्त होने से तो साडेसाती खत्म हो गया समझना चाहिए हां यह जरूर समझना चाहिए लेकिन शनि से आप मकर और कुंभ वालों को एनर्जी मिलता है तो नैसर्गिक एनर्जी नहीं मिलने के कारण दुर्बलता और मनोबल में कमी होना काम करने में इच्छा नहीं होना रुचि नहीं होना और विमर्श भाव चेहरा में मालीनता मानस मालीनता बढ़ेगा अब यही चीज मकर राशि के लिए क्या होगा सूत्रकर क्या लिख रहे हैं थोड़ा सा सुनते हैं जन्म कल याद भानु द्वितीय यदि चंद्रातः बहुवृत्तियों यशस्वी राजा मान न्यू भजन नरहम मकर को थोड़ा अच्छा फल मिल रहा है अष्टमाधिपति बनाकर द्वितीय में शनि को कंबल करने के कारण एस्टगेट होने के कारण शनि तो ऐसा व्यक्ति क्या होगा दास दासी के प्रति रुचि होना या दास दासी का प्राप्ति होना या दास दासी के प्रति आसक्त भाव बढ़ता नौकरशा करते कहीं ना कहीं से राजा सरकार इत्यादि स्कूल को मान्यता देंगे या कोई भी सरकारी नौकरी भर्ती है या जो भी बड़े लेवल के टपके के लोगों से मुलाकात या उनके माध्यम से कुछ ना कुछ प्रताप अब जिसका जिसका जितना बोल है ग्रहण में ज्यादा बोल है तो ज्यादा बड़े लोग कंबल है तो कम बोलो उनके साथ कनेक्शन बैठना और किसी किसी को मांग सम्मान फूल का माल रिवॉर्ड अवार्ड बोनस भी मिल सकता है सूर्य का अष्टम आदि पेट द्वितीय बैंक जाना अचानक देने वाला प्लेनेट आपके लिए सूर्य है वह अचानक इन सबको मिल सकता है गारंटी सबके लिए नहीं है कुछ के लिए अपने दशानन पर दर्शन तो राजमन्यु अब तक जो सरकार आपका बात नहीं सुना था बहुत सारे लोग मेरे को कुंडली दिखा रहे थे हमारा अप्रूवल नहीं मिल रहा है यह टाइम है जो अप्रूवल मिल सकता है अगर कोशिश करते हो तो और जो भी रिवॉर्ड अवार्ड बोनस कहीं रुका हुआ था तो वह भी मिलने का संभावना है मीन राशि के द्वादश क्षेत्र में क्या होगा थोड़ा सा देख लेते हैं जन्म कल याद भगत चीते अब मीन राशि का द्वादश में सूर्य का स्थान चंद्रमा से द्वादश में सूर्य शनि को कंबल करते हुए चंद्रमा भवन राम तेजता का हैं करना और कई प्रकार के समस्याओं को लाकर खड़ा करना

वालों के लिए शुक्र का साडेसाती का प्रभाव किस प्रकार का रहने वाला है सूत्रकर क्या बता रहे हैं कुंभ राशि वालों का द्वादश स्थान में शुक्र का स्थिति शुक्र द्वादश में जाकर कुंभ वालों को क्या करेंगे लेकिन वह भी चिंतनीय विषय है की कुंभ से आगे राहु कुंभ के घर में शनि अस्त सूर्य द्वादश में सुख करो तो ऐसी कंडीशन में शुक्र परिणाम क्या करने वाले हैं थोड़ा सा इसको विचार करते हैं चंद्र द्वादश चंद्र द्वादसागर शुक्र भाग्यवान रूप बसंत युद्ध नैना समाकला यानी कुंभ राशि से द्वादस्था में शुक्र भगवान शुक्र ग्रह या व्यक्ति को मतलब व्यक्ति की विशेष को इस समय जब जाते हैं हमारे शुक्र बाबा द्वादश में तो भाग्यवान सुंदरी स्त्री भोग करने के लिए मौका देते हैं और भिन्न प्रकार के गौ इत्यादि गोधन बोधन इत्यादि का प्राप्त का संभावना रहता है क्योंकि सूर्य से ज्यादा दूर तो शुक्र जा नहीं सकते तो सूर्य से द्वादश में चंद्रमा से जन्म चंद्रमा से द्वादश में शुक्र का भोग इत्यादि का वरदान होना और शुक्र कौन है कुंभ राशि के लिए शुक्र द्वादश में आने वाला कौन ना 1234 चतुर्थी पड़ी सुखाधिपति बनते हैं और 5 6 7 8 9 भाग त्रिकोण और केंद्र का मालिक हो के द्वादश में बैठना शुक्र जैसे ग्रह भोग इत्यादि को प्रदान करने का काम करते हैं तो यह किसको फल मिल रहा है कुंभ राशि को फल मिलता है मकर को क्या मिलेगा चंद्रमा के मकर चंद्रमा जन्म चंद्रमा के ऊपर शुक्र का स्थिति और लेडिस का वीडियो दिया हूं केवल एक नया सूत्र मिला बोलकर आपके समक्ष सेवा में दे रहा हूं चंद्र प्रथम एगो जीबों जी भाइयों के भाविन ना रम व्याधि ना रहिता सुरूर निधन होना कदाचन शुक्र जातक व्यक्ति के चंद जन्म चंद्रमा में यानी जातक के चंद्रमा में जब शुक्र आते हैं ऐसा व्यक्ति इस समय मन में कई सारे कामना वासनाओं का वृद्धि शत्रु इत्यादि का विनाश और शत्रु बुद्धि भी होना और जाट व्यक्ति ब्याज ही ना सूरज सुस्त शरीर रोधारी भगत रोग इत्यादि का विनाश होना सुंदर शरीर होना आकर्षण शक्ति में वृद्धि होना और व्याधिहीन रोग इत्यादि मुक्त होना ऐसे और ऐसे व्यक्ति के पास धन इत्यादि का आगमन होना धन प्राप्ति धन प्राप्ति भवन निर्धनता दूर होता है अरुण इत्यादि का मुक्ति होता है शुक्र भगवान जब आपकी चंद्र चंद्रमा में आते हैं और मीन राशि के लिए तो एकादशी का चंद्रमा रहेगा तो जब राजस्थान में चंद्रमा मीन राशि के लिए आ रहे हैं मकर का चंद्रमा मीन का एकादशी में तो कैसा फल करेंगे थोड़ा सा इसको भी ध्यान दे देते हैं गोचर में जब शुक्र बाबा एकादशी में आते हैं लेकिन यहां तो गृह युद्ध भी होने वाला है मकर कुंभ और मीन वालों के बाकी साभियों के जब शुक्र युद्ध में लग गय अच्छा चंद्रोदय एकादशी जीबों जन्म कल याद भावी स्वरूप राज तुल्य भावे ना रहा सॉन्ग इस समय जो व्यक्ति का एकादश में शुक्र आए हैं एक महीना के अंदर भिन्न-भिन्न स्थान से मजबूत है तो सबको नहीं मिलेगा तो लोक सम्मान का प्राप्ति होना धन इत्यादि का प्राप्ति होना और बहुत सारे लोग इस समय विरोधी होते हैं और लोग आपको जरूर धन प्राप्ति हो लाभ हो एकादश में कोई ग्रह फल नहीं दे लेकिन विरोध भाव बढ़ने का भी काम या नेगेटिव फल और पॉजिटिव फल दोनों मिलकर धन्यवाद नमस्कार

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