सूर्य देवता तुला राशि में सूर्य भगवान तुला राशि के ऊपर सूर्य भगवान हो गोचर बरसात या आपकी कुंडली में यहां पर सूर्य भगवान नीचे हो जाते हैं तुला राशि में सूर्य हमेशा नीचे ही रहते हैं और नीचे फल ही प्रदान करते हैं हालांकि डिग्री वाइस थोड़ा सा अलग होता है लेकिन नीचे गोचर ही रहता है

नीचे गोचर में इस बार सूर्य भगवान बाजार में त्रिग्रही योग फिर चतुर्ग्रही योग फिर पंचक रही योग बनने वाला है तो किस प्रकार का परिणाम आने वाला समय में 12 राशि को मिलने वाला है इसके बारे में हम लोग चर्चा करेंगे सर्वप्रथम यह सूर्य का गोचर है और ग्रहण का इफेक्ट और फिर सूर्य मंगल और बुद्ध चंद्रमा इस प्रकार का जो सभी ग्रह यहां पर हम लगाने वाल प्रकार का परिणाम करने वाले हैं यह एक पेक्युलायर इस बार का बन रहा है दीपक बगैर नहीं लगेगा लेकिन आसमानी खगोल घटना खगोलीय घटना तो घटेंगे तो उसका परिणाम तो सबको भुगतना ही पड़ेगा तो किस प्रकार का यहां इफेक्ट आ रहा है त्रिग्रही कोर्ट चतुवेदिकुट पंचक रही है कोर्ट और यह ग्रहण एक ऐसी जगह में लग रह तुला राशि में सूर्य भगवान जाएं तभी जाकर तो लगेगा क्योंकि 30 को ट्रू नोट मी नोट के अनुसार केतु कन्या में जाएंगे 21 फाइनल रेट रहेगा तो तुला के अंदर सूर्य भगवान घुसे तो ग्रहण का प्रभाव चालू होगा इस ग्रहण में किस प्रकार का इफ़ेक्ट होगा सूर्य संक्रांति के अनुसार 12 राशियों का क्या फल हो सकते हैं इसके ऊपर हम लोग विचार

तुला राशि में सूर्य भगवान जाएं तभी जाकर तो लगेगा क्योंकि 30 को ट्रू नोट मी नोट के अनुसार केतु कन्या में जाएंगे 21 फाइनल रेट रहेगा तो तुला के अंदर सूर्य भगवान घुसे तो ग्रहण का प्रभाव चालू होगा इस ग्रहण में किस प्रकार का इफ़ेक्ट होगा सूर्य संक्रांति के अनुसार 12 राशियों का क्या फल हो सकते हैं इसके ऊपर हम लोग विचार करेंगे सबसे पहले सबसे पहले यह जानना बड़ा जरूरी है कि इस समय इस महीना कौन-कौन से ग्रहों का

सबसे पहले यह जानना बड़ा जरूरी है कि इस समय इस महीना कौन-कौन से ग्रहों का परिवर्तन अक्टूबर क्या परिणाम लेकर आएंगे तो कौन इसमें पहले तो देख लेते हैं कि क्या-क्या लिस्ट है ग्रहण का गोचरिया का परिवर्तन में एक नंबर रवि चित्रा नक्षत्र तुला राशि 12 16 लिटा में गण रहेगा गोचर रहेगा वह तो चित्रा नक्षत्र तुला राशि 1850 लेट में गवन रहेगा द्वितीय सेकंड डेज 6 दिन राहु रेवती नक्षत्र मीन राशि के चित्र नक्षत्र कन्या राशि संध्या 6 समय इनका चलन होने वाला है और बुद्ध स्वाति नक्षत्र तुला राशि 16 28 नेता में गण होंगे 6 दिन 7 दिन स्वाति नक्षत्र यानी तुला में जाने के बाद यह दोनों को बता रहा हूं तुला राशि में 5413 लेट में गण होंगे 99 दिन में बुद्ध चक्र प्रवेश से 8:22 लेट में गण होंगे और 13वां गोचर बुद्ध विशाखा नक्षत्र तुला राशि 440 10 लीटर में गण होंगे 14 शुक्र उत्तराखंड नक्षत्र सिंह राशि को 6:44 नेता में गण होंगे 159 मंगल विशाखा नक्षत्र को गण का गोचर करेंगे और फिर शुक्र उत्तराखंड कन्या 17 एक लेट में गण करेंगे 17 दिन में इस गोचर का शनिश्चरा मार्गी हो जाएंगे 5520 लेट में गमन करते 18 में बृहस्पति बकरी दुनिया में क्षेत्र में सर आशीष से 40 पॉइंट 10 गति लेट में गण करेंगे बृहस्पति बकरी दिया नक्षत्र को चले तो यह लिस्ट है इस महीना का 20 दिन में बुध विशाखा नक्षत्र वृश्चिक राशि में गण कर जाएंगे 21 दिन में रवि विशाखा नक्षत्र तुला राशि 14 14:58 का मन करेंगे बुद्ध अनुराधा वृश्चिक 21 यानी 22 दिन का 22 दिन के 22 दिनों मे यह इस महीना का जो जो नक्षत्र परिवर्तन होगा ग्रहण परिवर्तन होंगे इसके बारे में विवरणी मात्रा अच्छा यह दिन में बताया यह डेट नहीं समझ लेना और लता दीघा यह हमारे उड़िया का मतलब हम लोग का ज्योतिष विज्ञान में इसलिए बिंदु चलता है जैसे हिंदी में कल आंसर विकल्प इस प्रकार का हमारा यह गिनती चलता है तो उसमें

इसको सूर्य संक्रांति में जो इफेक्ट होने वाला है यानी यह संक्रांति को कार्तिक को तुला मन से जल भी सुबह गर्भना संक्रांति कहा गया जलाभिषेक संक्रांति में इस समय कहा जाता है कि जितने भी धन वगैरा खेती होता है इसमें गर्भधारण करते हैं यह धन यानी इसमें दूध उसे चावल में कन्वर्ट होने का प्रक्रिया इस संक्रांति से प्रारंभ होता है और यह इसलिए हमारे उड़ीसा में गवर्नर संक्रांति को बहुत मानता दिया गया सूर्य अपना एनर्जी घटा देंगे धरती में ठंड बढ़ने लगेगी शीत ऋतु का आगमन होने लगेगा और बसंत का आगाज का एक प्रारंभिक स्थिति बसंत नहीं है बसंत का आगाज हमारे उड़िया में कभी लोग इसी समय से कभी रचना करते थे बसंत अभी जय हो भारत

सर्वप्रथम ग्रुप में किस अवतार में क्या-क्या करेंगे यह देख लेते हैं पहले तो सबसे पहले इनका जो डायलॉग है क्रांति का फल क्या रहने वाला है सबसे पहले मूर्तिमाराम के भाईराम बाबा सुबह सुबह वृद्धि दक्षिण फलाहार होगा फल क्या होगा रोग फल होगा काम तो यह था संक्रांति अशोक अगर इस संक्रांति में आपको फल मिलने लग जाए तुरंत क्या करना दोस्त मिश्रित शर्मा सऊदी जेल स्नान विष्णु मंत्र जैपनर शुभम भगत यह बताया गया कि अगर यह संक्रांति आपका किसी का कारण बरसात आपके दशा अंतराष्ट्र प्रसाद बड़ा जाए तो सरस्वती जल में स्नान कर लेने से इसका रिश्ता खानदान हो जाएंगे ठीक है और बजरंगबली का भी तो धारण करना चाहिए क्योंकि बजे काली का पूजा आ रहा है अमावस्या में उसके बाद इसके पहले पहले आ जाएगा उसका अलग वीडियो दे देंगे तो यह था बेसिक बात अब इसके बेस में हम लोग बात करेंगे कि रविशंकर मन फलामुखी क्या फल मिलता है इसमें तो सबसे पहले यहां चित्रा नक्षत्र तुला राशि के है संक्रमण्यम तो इस संक्रमण में अध्यक्ष सूर्य दिवस 6:40 पर जनता दवा 2:40 को सूर्यास्त मध्य संक्रांति पुण्य कल है दीवार 6:40 विशिष्ट पुण्य का आल्हा समुद्र संचार अनोखा बहाने तो सूर्य भगवान कृष्ण को बंद करेंगे नौका जले ना चंद्र समुद्र सांचा रहा नवका बहाने सूर्य का गोचर रहेगा इस बार घोड़ा में नहीं आ रहा है लव कब हमें तो क्या फायदा होता है उसमें उसका जो फल क्या मिलेगा फल मिलेगा बहुत ज्यादा दृष्टि भवाम बहुत सारा दृष्टि होने का संभावना रहेगी नाम से समस्त नाम पिंगला हां से भुगतृष्ण 30 दिन तक इसका भोग रहेगा क्योंकि यह पर करेंगे इस राशि को नौका में बैठकर 9 का मतलब नाम वोट सी बारिश कर सकते हैं

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