स्वास्थ्य चालीसा स्वास्थ्य का रहस्य ज्योतिषियों आधार पर स्वास्थ्य कैसे प्राप्त करें रोग रेपूर्ण से कैसे बचें

स्वास्थ्य चालीसा एक ऐसा विषय है जैसे हनुमान चालीसा पाठ कर लेने मात्र से ही जीवन में भूत-प्रेत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे ना से रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत वीरा संकट ते हनुमान चढ़ावे मन कर्म वचन ध्यान जलवे ऐसा ही यह स्वास्थ्य चालीसा पढ़ लेने मात्र से और समझ जाने मात्र से ही जीवन में हर प्रकार के रोग दूर होते हैं और जीवन में स्वास्थ्य का प्राप्ति समृद्धि का प्रति होता है और आप सबको पता होना चाहिए हेल्थ इस वेल्थ यानी स्वास्थ्य ही संपादक है जिसका स्वास्थ्य है उसके पास सब है जिसके पास स्वास्थ्य नहीं है उसके पास करोड़ों रुपया भी हो कोई मूल्य का नहीं रहता है आपके पास बहुत पैसा है लेकिन का नहीं सकते हैं

ठीक यह जो स्वास्थ्य को प्राप्त करने के लिए जीवन में सबसे ज्यादा आवश्यकता चीज क्या है बहुत से लोग बहुत कुछ बात बोलेंगे कोई बोलेगा योग करो कोई बोलेगा प्राणायाम करो कोई बोलेगा ध्यान करो कोई बोलेगा कांच कच्छा खो कोई बोलेगा कर उल्टा करके खड़ा हो जाओ कोई बोलेगा और अनेक सारा नियम कानून बताएंगे लेकिन अगर हम देखें कि एक संतुलित विचार क्या है तो वह कुछ नहीं है एक ही चीज है और वह है अपने जीवन में अच्छे दिनचर्या

इस दिनचर्या को कैसे बनाएं इस दिनचर्या क्या है दिन को कैसे मेंटेन करें कि हमारे जीवन में रोग नहीं आवे तो उसका पद्धति क्या है चालीसा बताता है तो वह स्वास्थ्य चालीसा क्या है और इस स्वास्थ्य चालीसा का पाठ कर लेने मात्र से और स्वास्थ्य चालीसा के अंदर जो विषय बताया गया है उसके आधार पर अगर हम लोग अपने दिनचर्या को बनाते हैं तो जीवन आरोग्य स्वास्थ्याप्रद रहेगा इस विषय को इसलिए छेड़ रहा हूं क्योंकि विगत लाइफ में आया था और मैक्सिमम लोगों का यही प्रश्न था रोग से कब तक मुझे छुटकारा मिल जाएगा रोक से मैं कब तक निकलूंगी निकलेगा कुंडली से थोड़ा सा बता दीजिए

तो महानुभव की स्वास्थ्य चालीसा में इतने सारे सूत्र हैं कि आपको कभी भी रोग में पढ़ते ही नहीं देगा देखिए सबसे पहले यह समझिए कि आप अगर रोगी हैं तो इसमें 90% कुंडली का दोष नहीं है इस कलयुग में मैं कई कुंडली देख रहा था की लगन से छठ में राहु बैठा है चंद्रमा या चंद्र राशि मकर राशि से छठ में केतु बैठा है कितना चमत्कार बताइए अब ऐसा आदमी दोनों से छोटा में पाप ग्रह होते सही होते हैं फिर भी आदमी रोगी तो कुंडली नहीं कह रहा है कि आप रोगी हो रहे हो रोगी आपको मल्टीनेशनल कंपनी हलचल मेडा का खाना सफेद चावल खाना सफेद रोटी खाना रिफाइन तेल खाना रिफाइन आता खाना रिफाइन द्रव्यों को भोजन करना कच्ची घानी का तेल नहीं खाना लाल चावल नहीं

कच्ची घानी का तेल नहीं खाना लाल चावल नहीं खाना देसी कहना ग्रीन घास से बचे रहना तो चलिए इस स्वास्थ्य चालीसा कर क्या रहस्य है थोड़ा सा हम लोग देखते हैं निरोग मनुष्य ही सुखी मनुष्य है निरोग मनुष्य ही सुखी मनुष्य है तो जो निरोग है वही सुखी है मैं आशा करता हूं

जब नेट वगैरा नहीं चलाते थ गुड़िया का है आप मंगा सकते हैं मिल जाएगा आपको तो उसके आधार पर निशापन करके रात को हमको जल्दी सोना निशा पान मतलब दारू नहीं जलपान करके दो गिलास पानी पी के रात को सोना है और तीन मुद्रा जरूर नाना इसको मॉडल करके दिखाना पड़ेगा ऐसे करने से समझ में नहीं आएगा तीन मुद्रा क्या-क्या है बाय कार्ड कैसे सोना है दाएं कैसे सोना है प्रार्थना हमको जल्दी उठना सुबह-सुबह जल्दी उठना है लेट में उठाना बीमारी का कारण है इस नाम का प्रार्थना हमको जल्दी उठना इस नाम का सुमिरन करना मुंह में पूरा पानी भरना मुंह में फुल पानी भर लीजिए खुला करके 32 बार आंख में छेतना सोच समय दांतों में रुमाल दबाना मुंह में दांत में

ठीक है उसके बाद सॉरी सॉरी बात नहीं करना शुरू करते-करते गु करते-करते बात नहीं करना जितना बार खान उतना बार मंत्र करें करें 3 मिनट से ज्यादा है नानी द तुम तो नीम का तो भूल जाओ आजकल कोलगेट ही चल रहा है चलो ठीक है 3 मिनट से दातुन 3 मिनट के अंदर करना उससे ज्यादा समय करोगे तो शनिवार डिस्ट्रक्शन होते हैं तेल और पानी का मालिश करें हम खाली तेल नहीं लगना तेल के साथ पानी मिलाकर मालिश करना चाहिए तेल और पानी का मालिश करें हम प्रार्थना हो प्रार्थना वही स्नान करें हम ठंडा नहाना गर्म खाना कविराज के पास कभी

तेल और पानी का मालिश करें हम प्रार्थना हो प्रार्थना वही स्नान करें हम ठंडा नहाना गर्म खाना कविराज के पास कभी न जाना सुबह-सुबह गर्म पानी करके करोगे तो जल्दी बूढ़े हो जाओगे इसके ऊपर एक्सप्लेनेशन बहुत सारा है टेक्निकल किसी दिन बैठेंगे तो बात करेंगे केवल मेरा कविता आकार में बोल दे रहा हूं आप समझ सकते हैं और यह मेरा ख्याल नहीं है मेरा यह संग्रह मात्र है इसका संग्रह जीवनी हरियाणा भावना में हुआ था 4:30 लोग अपने-अपने मत दिए थे और उनके संग्रह के द्वारा मैं संकलित किया था उसे समय नेचुरोपैथी के कंडीशन पर मैं काम कर रहा था

माता-पिता प्रणाम करने से जीवन सुखद होता है जिससे हो जीवन सुखद पंच पुत्र पांच फूल पंच तुलसी का पत्ता ले हम आसन प्राणायाम करें हम सुबह-सुबह पंच तुलसी लें और आसन प्राणायाम करें मुंह में डाल दें चाय नहीं चबाने से हानिकारक होता है दांत गिरता है फिर पद्मासन से ध्यान करें हम अंकुरित गेहूं काले वाले में अंकुरित गेहूं का कल वाले में फिर अपना सब काम करें खुद का काम खुद करो नौकर चक्कर से करोगे बीमार पढ़ोगे ज्ञानपूर्वक प्रसन्नता से हंसते रहें कर्म योग में डटे रहे कर्म योग कई बार में क्लास लिया हूं आप लोग जानते होंगे

जापानी जब ना करना अकेले नहीं खाना निकल जाते हैं चलते नहीं है जल्दी-जल्दी में निकल जाते हैं जो बीमार का बीमारी का कारण है खाना खाते साफ करें खाना खाने के बाद पेशाब जरूर करना चाहिए फिर क्या सुनिए सब कदम तक टहल करें वज्रासन में पहले बैठे 8 साल तक बाय लेते हैं 32 दी करवट लेना यह सब सुख जीवन को देना खाना खाने के बाद जो नियम है इसके ऊपर एक्सप्लेनेशन कर दूंगा शॉर्ट में बता रहा हूं आप बहुत सारे बोले तो रोगी रोगी तो मैं बोला ठीक है इसके ऊपर आते हैं भोजन का एक बेड के साथ पीना पानी खड़ा होकर कभी ना पीना बाय नासिक चले तो पिया करो दाएं हंसी का चले तो खाया करो यानी बाय कर चले तो पीना दाएं कर चले तो नहीं पीना चले तो खाया करो प्लास्टिक बोतल में कभी ना पीना ठंडा नहाना गर्म खाना कभी राज के पास कभी न जाना ठंडा नहाना गर्म खाना गीजर का पानी से नहाना नहीं

ठंडा नहाना गर्म खाना गीजर का पानी से नहाना नहीं नहाना मुझे कभी सुनाई नहीं थे यह सब का बात बोल रहे हो ओके जितना खाना उतना मांगना सलाद खाना कभी ना भूलना सलाद पहले खाई या फिर आखरी में खाई कभी नहीं भूलना शराब यानी कच्चा कच्चा सब्जी अंकुरित को साथ रखना अंकुरित अन्य जो भी चना से लेकर मुंह तक अंकुरित को जरूर रखना अपना झूटान खुद उठाना अपने बर्तन खुद धोना चाऊमीन मिठाई चाय समय दूर रखो वीडियो सिगरेट मिर्च मसाला त्याग करें रात्रि भोजन रात्रि को खाना छोड़ दोगे आधा बीमारी ऐसे ही ठीक हो जाता है रात्रि को प्रेरित भजन कहा गया तो रात्रि को नहीं खाना है छिलकेदार सांग बनाएं हम लोग छिलका निकाल कर फेंक देते हैं इसके बारे में बड़ा एक्सप्लेन है देखेंगे प्रातः सायं रोज भ्रमण करें दोनों टाइम मॉर्निंग वॉक में जाना चाहिए बैठ जाते हो तो बॉडी से बायो नहीं निकल पाता है गंदा के शरीर में रह जाते हैं साप्ताहिक उपवास करें उपवास फास्टिंग हिल द डिजीज फास्ट जितना ज्यादा उपवास कर सकते हो एकादशी तैयारी केवल जल का पान करें आवश्यक हो तेल और जल का नीति लेना पेडू मिट्टी पट्टी रखना तेल जल नीति नीति पाठ इधर से पानी निकाल के इधर और एनिमल लेना है पेट के नीचे मति पट्टी रखना है 30 मिनट तक इसको मिट्टी पट्टी रखना 30 मिनट तक इसको रखना इसे अपना में सुखी रहे सुख शांति बढ़ाओ सादा जीवन उच्च विचार सादा जीवन उच्च विचार सुखमय जीवन का यह कर मिट्टी पानी धूप हवा सभी रोगों का यही दवा खाद्य को उपयोग पानी को खाओ क्या बोल रहा है खाद्य को पियो देखो बंगाली लोग जितने बंगाली भाई लोग हैं ना बोलते हैं जल खाबो बाकी लोग बोलते हैं जल पंगे पानी को बैठकर धीरे-धीरे चबा-चबा के मुंह में लार में मिलाकर लेना चाहिए यही नहीं करते जिसके लिए बहुत हानि होता है और इसी कारण बताया गया पानी को खाओ खाना को पियो यानी जो भी खाना खाते हो चबा-चबा के इतना पानी बना दो की पानी जैसे अंदर चला जाए तो खाद्य को पियो पानी को खाओ योग भागी रोग राम नाम है शास्त्रों में आ गया लास्ट में फिर जप थेरेपी तो यह हमारे इस पुस्तक का सॉन्ग मतलब यह में था आप देख सकते हो 2001 का ही है शायद तो कितना साल हो गया 2001 सुदर्शन भंडारिया कोलकाता वाले बड़े गौ रक्षक हैं और उनकी मार्फत से यह अहिंसा स्वराज करके निकाला था और यह मेरा संग्रह वहां पर काम में आया था और गौ रक्षा के ऊपर हम लोग बड़े लेवल पर वहां काम करते थे इतना पुराना आप लोग मेरे पास करीब और इसमें और बहुत सारी डिटेल स्वास्थ्य के बारे में पंचक अव्यय के बारे में और रन उत्पन्न रत्न पुरस्कार होगा 20000 में से सारे चले गए 1000 पीस लास्ट बचा हुआ है मेरे लाइब्रेरी में पड़ा है दो पुस्तक है इसी प्रकार के बड़े कीमती ज्ञान उसके अंदर बड़े हैं अगर आप चाहे नीचे आप भेज देना और उसका कोरियर चार्ज और किताब की जो भी सहायता राशि सहायता राशि में नहीं बोलते हैं दक्षिण बोलते हैं क्योंकि यह गोरक्षा के लिए इसका पैसा ही लगता है

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