Min Rashi Guru Brihaspati Mesh Rashi Mein Gochar मीन राशि गुरु बृहस्पति मेष राशि में गोचर किस प्रकार का परिणाम गुरु चांडाल और ग्रहण योग में

सती जो सर्वाधिक शुभ ग्रह हैं और मीन राशि के लॉर्ड मालिक मीन राशि के राशि मीन लग्न में लग्नेश मेष राशि अपने मित्र ग्रह ई मित्र ग्रह द्वितीय स्थान में गोचर करने जा रहे हैं काल पुरुष कुंडली के प्रथम स्थान संभावित बात है द्वितीय स्थान पर गुरु बृहस्पति का गोचर यानी लगने से धन के स्थान पर जाना परिवार के स्थान पर जाना वाणी के स्थान पर जाना हो तो यहां पर गुरु बृहस्पति अगर ऐसे कहा गया जहां बैठते हैं वहां ना लगते हैं लेकिन वहां यह सूत्र नहीं लगता है लग्नेश द्वितीय स्थान पर जाकर धन में वृद्धि करना धन के घर में जाना परिवार के घर में जाना लेकिन मैं कुंडली में मैं देखा हूं द्वितीय स्थान पर गुरु बृहस्पति किसी का भी हो तो जरूर मीठा पानी बोलता है वाणी में लेकिन परिवार में थोड़ा सा कुछ ना कुछ देश में रहता ही रहता है तो वित्तीय स्थान के यहां गुरु चांडाल लगने वाला है तो तीन अफेक्ट एक तो गुरु के साथ गुरु राहु के पास अलार्म सेट करना आगे जाना फिर पीछे बकरी और फिर यहां से दो और मुंह करके आगे जाना फिर राहु का निकल जाना गुरुजी हो ना ऐसे करके तीन चार प्रकार के फल इस बार मिलने वाले हैं और यहां सबसे पहले जान लेना चाहिए कि लग्नेश द्वितीय स्थान पर जाना राहुल के पास जाना तो नेचुरल ऐसे भी मीन राशि वाले पाप कर्तरी में फंसे हुए हैं और आने वाला नवंबर तक फंसे हुए ही रहेंगे और ऊपर से गुरु बृहस्पति जब तक लग्न के ऊपर थे तो साढ़ेसाती का पेड़ा से भी बचा रहे थे और गुरु बृहस्पति अपने घर में थे तो हर प्रकार की समस्या से जरूर बचा के रखे थे लेकिन

भूतिया स्थान पर चले जाएंगे तो यह घर खाली हो जाएगा और पाप कर्तरी में फंसे रहने के कारण सनिका इंपैक्ट भी कुछ हद तक और ज्यादा बढ़ जाएगा साढ़ेसाती का इंटरव्यू और कुछ बढ़ जाएगा गुरु बृहस्पति यहां से चले जाना जल्दी कुछ मिलेगा जिसमें आप जरूर अच्छा पाओगे लेकिन यहां पर धन और वाणी गुरु जहां बैठते हैं परिवार कुछ ना कुछ वहां पर नुकसान लॉस या विनाश होता है गुरु का रहना अच्छा नहीं बोलकर कहा गया है लेकिन वैसा फलित नहीं हो किया जाता है तो चलिए यहां आपको सबसे पहले तो गुरु बृहस्पति का द्वितीय स्थान में गोचर और द्वितीय स्थान पर गुरु बृहस्पति आना अष्टम स्थान पर गुरु बृहस्पति का

सप्तम दृष्टि में गुरु बृहस्पति का जाना और कोर्ट में रुचि बढ़ना गुप्त तत्व में अभिरुचि बढ़ना गुप्त ज्ञान गुप्त धन का प्राप्ति होना कई प्रकार के मंत्रों का सिद्धि और प्राप्ति होना अध्यात्म में रूचि होना और और कल विद्यालय ज्योतिष इत्यादि पर ज्ञान पढ़ना या उस मार्ग में जाना इस प्रकार का कार्य बन सकते धर्मा धर्म कर्म करवा सकते हैं और मृत्यु तुल्य पीड़ा से भी बचाते हैं गुरु यहां अष्टम में दृष्टि जाने से चोर चपेट एक्सीडेंट से भी बचाते हैं तो शुभ दृष्टि यहां पर आना एक पॉजिटिव फल भी कहा जाएगा और एक नेगेटिव फल भी कहा जाएगा उसके बाद गुरु बृहस्पति का मीन राशि वालों का छठा स्थान पर दृष्टि सिंह राशि के वितरण के घर में आना कंपटीशन चैलेंज केयर में आना तो एक प्रकार यहां बचाओ भी है सुरक्षा भी है और यहां कई प्रकार के नया अपॉर्चुनिटी स्कोर मिलना हर प्रकार से दिखाई दे रहा है यहां शत्रुओं का भी कल्याण करते हैं गुरु बृहस्पति का अमृत दृष्टि और इत्यादि का भी कल्याण करते हैं इसमें कोई दो राय नहीं है और आपके लिए एक शुभकारी भी रहेगा लेकिन यहां एक और भी पाठ है क्योंकि शुभ ग्रह का दृष्टि यहां आना उनके लिए खबर होगा आपके लिए कहीं ना कहीं थोड़ा सा अंतर्गत संभावनाएं होगा ऐसा नहीं कहा कि गुरु बृहस्पति का दृष्टि स्थान में रहकर आपके और दशम स्थान पर मीन राशि वालों का दशम स्थान पर जाना तो कैरियर को लेकर कर्म को लेकर जो बाधा इत्यादि उपज रहे थे शनि की साढ़ेसाती के कारण यहां से बहुत सारे क्षेत्रों में मीन राशि वालों को निजात मिलने वाला है और और नया कब मिलना नया प्रोजेक्ट मिलना नया कार्य होना और मान-सम्मान का प्राप्ति होना कर्म क्षेत्र में सराहना आदि प्राप्त हो रहा है

क्योंकि इसके बाद क्या होगा जब गुरु बृहस्पति आगे चल जाएंगे और और भाविक बात है मीन राशि के ऊपर साढ़ेसाती का प्रभाव धीरे-धीरे और बढ़ने लगेगा तो फिर इसका फल कोई बहुत अच्छा होगा यह नहीं दिख रहा है इसलिए वर्तमान जो भी आपको समय मिल रहा है अच्छा इसमें साढ़ेसाती का रिजल्ट को अच्छा से बना ले कमाले रिजल्ट अच्छा बना लें ताकि आगे का जब भी बैठ टाइम जोन आएगा तो आप रिकवरी कर सकते हैं तो मीन राशि का गुरु का द्वितीय स्थान का गोचर भाविक बात है आप कहीं ना कहीं से दांपत्य का समस्या बिल्डअप कर सकता है और जो शनि की साढ़ेसाती का बेसिक इन फैक्ट है जो मीन राशि वालों को बिगड़ते एक डेढ़ साल के अंदर की साढ़ेसाती अफेक्ट हुआ और

कुछ मीन राशि वाले तो हॉस्पिटल तक पहुंच गए कुछ मीन राशि वालों का तो दांपत्य सुख टूट गया कुछ मीन राशि वालों का ऐसा परिस्थिति बना कि जहां पर मान सम्मान कहानी हो गया कुछ मीन राशि वालों का कुछ जल गया भूल गया आग लग गया कुछ मीन राशि वालों का शुरू हो गया है रेणुका जगत चक्रांता और कुछ भी राशि वालों के अंदर बहुत सारे खुजली हुआ क्या पैसा इन्वेस्ट करें तो यहां करेंगे तो इतना मिलेगा वहां करेंगे तो इतना मिलेगा इन्वेस्ट करके लॉस में आ गए तो इस प्रकार के मीन राशि वालों का शनि साढ़ेसाती का पहला भैया पहला चरण जितने सारे समस्या पैदा करता है वह पैदा प्रारंभिक शुरुआत जो मीन राशि वालों को मिल गया सभी क्षेत्र वालों को नहीं मिला आगे आगे चल के अलग-अलग क्षेत्रों का शनि बाबा से न्याय करेंगे मीमांसा करेंगे दंड देंगे कष्ट देंगे तो प्रारंभिक लेवल में कुछ मीन वालों को मिला तू जिनको जिनको यह मिला है यह टाइम जोन है उनको यहां पर नरसिंह करना सुरक्षा देना और सफाई करना आया उनको एक प्रकार का सुरक्षा जॉन पर लेकर जाना इसलिए आउट कर्म क्षेत्र में और धन के

साढ़ेसाती किसी को भी हो जाए तो सबसे पहले द्वितीय स्थान पर शनि का दृष्टि जाना और धन का रुकावट कर देना तो गुरु यहां पर आ रहे हैं तो यहां पर रुकावट करने का शनि का रहेगा तो गुरु यहां पर बहुत सर्वाधिक काम नहीं कर पाएंगे गुरु चांडाल है तो वह सर्वाधिक काम नहीं कर पाएंगे और लेकिन सभी का दूसरी तो ढाई सौ दो ढाई साल तक तो यहां रहने वाला है तो मीन राशि वालों का धन का रुकावट तो होना होना ही है और द्वादश में रहकर शनि साढ़ेसाती का इंपैक्ट जंगल धन का रुकना लाभ का रुकना लाभ स्थान पर दृष्टि जाता है द्वादश में शनि का बदलाव का रुकना तो यहां से शनि योग गुरु बृहस्पति आपको बचा रहे स्वभाविक रुप में रक्षा दे रहे हैं क्योंकि कर्म को एक्टिवेट करवा देंगे तो नेचुरल इसमें मान सम्मान इत्यादि हुआ था उसका भी निर्धारित करें

एक साढ़ेसाती का नेगेटिव इंपैक्ट से जरूर मुक्ति और बचाव का काम करेंगे इसमें कोई दो राय नहीं है वीडियो अच्छा लगे तो लाइक शेयर कमेंट

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